मसूरी में भारत विकास परिषद के सदस्यों ने 60 वा स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया। मसूरी तिलक लाइब्रेरी मेमोरियल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महात्मा योगेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने दीप प्रज्वलित करके किया। संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा लोक गीत प्रस्तुत किया गया जिसने सभी के मन को मोह लिया। , भारत विकास परिषद मसूरी महिला संयोजिका विजयलक्ष्मी द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत कर सम्मान किया गया। भारत विकास परिषद मसूरी की अध्यक्ष राज्यश्री रावत द्वार शाखा द्वारा विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों से सभी को अवगत कराया। भारत विकास परिषद की स्थापना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 1962 में चीन से युद्ध हारने के पश्चात भारतीय जनमानस में फैली निराशा व अवसाद दूर कर राष्ट्र सेवा व समर्पण के लिए तैयार करने के लिए डॉ. सूरज प्रसाद ने 1963 में भारत विकास परिषद की स्थापना की जो अपने पांच सिद्धांतों संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा व समर्पण पर कार्य करती है।
मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने भारत विकास परिषद के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत विकास परिषद की स्थापना 10 जुलाई 1963 को डॉ. सूरज प्रकाश ने की थी। संगठन का उद्देश्य पांच मंत्र यथा सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण के आधार पर समाज की सेवा करना है। परिषद के द्वारा दिव्यांगजनों की मदद, निराश्रितों की सहायता, गरीब कन्याओं का विवाह करना, समाज में फैली कुरीतियों को दूर करना और गोवंश को चारा देना इत्यादि सामाजिक कार्य किए जाते हैं। उन्होंने भारत विकास परिषद की नीतियों एवं कार्यक्रमों की विस्तार से चर्चा की और आमजनों को इससे जुड़ने का संदेश दिया।इस मौके पर संरशक मदन मोहन शर्मा, सचिव अनिल चौधरी, डा. हरिमोहन गोयल,रमेश गोयल, श्रीमति ममता भाटिया, श्रीमती मोनिका अग्रवाल, गुड्डी देवी, प्रोमिला नेगी, विजयलक्ष्मी काला, राजेश सक्सेना, प्राचार्य संस्कृत विद्यालय मसूरी, बिजेंद भंडारी, श्रीमती गीता कुमाई ,प्रवीण, अरविंद सेमवालसभासद, सपना शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, अभिलाष राणा आदि मौजूद थे।