
पूरे देश में केरला स्टोरी को अपार सफलता मिलने के बाद आज भारतीय जनता पार्टी द्वारा मसूरी में भी द केरला स्टोरी फिल्म दिखाई गई । फिल्म को देखकर मौजूद युवतियों की आंखें नम हो गई । भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष राकेश रावत ने बताया कि द केरला स्टोरी दिखाने का मुख्य मकसद युवतियों को अपने धर्म के प्रति जागृत करना है। उन्होने कहा कि ये फिल्म केरल की उन लड़कियों के बारे में बताती है, जिनका ब्रेनवॉश करके धर्म परिवर्तन कराया गया है। उन्होंने कहा कि लव जिहाद से बच्चियों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए केरल फिल्म अवश्य दिखाएं। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा धर्म परिवर्तन को लेकर सख्त कानून बनाया गया है परन्तु कानून को और ज्यादा सख्त किया जाये जिससे धर्म परिवर्तन करने की कोई कोशिश भी ना कर सके।

द केरला स्टोरी की देश भर में चर्चा हो रही है. तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में बैन के बाद फिल्म की चर्चा राजनीतिक तौर पर और तेज हो गई है. ममता बनर्जी ने राज्य में अराजकता की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताते हुए द केरला स्टोरी को बैन कर दिया. वही कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा बंगाल फाइल्स नाम की फिल्म को फंड कर रही है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कश्मीर फाइल्स एक सेक्शन को टारगेट करने के लिए बनाई और अब वो केरल को बदनाम कर रहे हैं. उन्होने कहा कि भाजपा देख में समप्रदायिक महौल को खराब करना चहाती है व धर्म के नाम पर देष को बाटने का काम किया जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीष रावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा द केरला स्टोरी फिल्म दिखाए जाने पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी का देष में विद्वेष की भावना को बढ़ा रही है उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी समाज में किसी प्रकार का विद्वेष फैलाने के पक्ष में नहीं है ।उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते कि द केरला स्टोरी फिल्म में क्या है उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसान बेरोजगारी महंगाई आदि विषयों को लेकर लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है उन्होंने कहा कि द केरला स्टोरी फिल्म भारतीय जनता पार्टी को मुबारक हो यह भाजपा के लोग देखे पढ़े और समझे ।वही समाज में आपस में विद्वेष और घृणा फैलाने की कोशिश ना करें और यह स्वीकार नही होगा। उन्होने कहा कि भाजपा द्वारा कर्नाटका में ऐसी कोशिश की थी जिसके जनता ने दरकिनार कर भाजपा को जबाब दे दिया है।