मसूरी लंढौर अपर माल रोड पर लिटिल लामा रेस्टोरेंट के पास एक सांप दिखने से लोगों में हड़कंप मच गया वहीं सांप पास की स्कूटी के अंाद जा कर फंसा जिसके बाद लोगों ने वन विभाग को अपर मालरोड पर विषाल साप के होने की सुचना दी । जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्कूटी मंे फंसे सांप को निकाल कर जंगल में छोडा गया। वन विभाग के दरोगा सुरेन्द्र भट्ट ने बताया कि यह सांप धामन प्रजाति का सांप है और यह सांप चूहों का शिकार करता है और हो सकता है कि यह जंगल से चूहों का शिकार करते करने के लिए मुख्य बाजार में आ गया होगा उन्होंने कहा कि यह सांप जहरीला नहीं होता है ऐसे में लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि धामन सांप या इंडियन रैट स्नेक (टयास म्यूकोसिस) एक सामान्य विषहीन और डरपोक सांप है जिसकी लम्बाई तीन मीटर तक हो सकती हैं। यह साँपो के सबसे बड़े परिवार कोलुब्रीडी से ताल्लुक रखते हैं उन्होने कहा कि दूर से देखने पर यह रंग में कोबरा से मिलता-जुलता है, लेकिन इसे नाग यानी कोबरा से इसके दुबले गर्दन और लंबी पूंछ और पीठ-पूँछ पर बने काली लकीरे और जालनुमा आकृति को देख कर इसे नाग से अलग किया जा सकता है। उन्होने कहा कि लोगो का मानना है कि धामन के पूँछ में विष होता है जबकि धामन एक विषहीन सर्प है, विषैले साँपो का विष उनके सर के पास विष ग्रन्थि में होती है।लोग मानते है कि धामन साँप कोबरा के साथ सहबास करते हैं जबकि धामन साँप और कोबरा (नाग, गेहूंअन साँप) दो अलग अलग प्रजाति है। कोबरा धामन को भी खा लेते हैं, इसलिए दोनो एक साथ नही रह सकते हैं, न प्रजनन कर सकते हैं । धामन दुधारू पशुओं के थन से दूध पी जाते हैं जबकि मवेशियों के बाड़ा के पास चूहों अक्सर दिख जाते हैं जिनका षिकार धामन सांप करते है। उन्होने कहा कि धामन को भारतीय वन्यजीव अधिनियम 1972 के अनुसूची चार में सूचीबद्ध किया गया है अथार्थ इसे पकड़ना, मारना या पकड़कर दिखाबा करना वन्यजीव अपराध के श्रेणी में आता है जिसके लिए सजा का प्रवधान है।
सुनील सोनकर
संपादक