बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा, पहाड़ों की रानी मसूरी में हर्शोउल्लास के साथ मनाया गया। रावण दहन का समारोह गांधी चौक और मसूरी पिक्चर पैलेस पार्किंग में हुआ जहां भारी भीड़ के बीच राक्षस राजा रावण के पुतले जलाया गया। जिसका सभी मौजूद लोगो ने जमकर आंनद लिया।कार्यक्रम शुरू होने से काफी पहले ही लोग जमा हो गए थे। कार्यक्रम की शुरुआत पटाखों से हुई, जिससे लोगों को रोमांचित कर दिया। कलाकारों ने रामायण के प्रमुख पात्रों का प्रदर्शन किया, जिनमें राम, लक्ष्मण, रावण और अन्य शामिल हैं। बैंड के साथ कलाकारों द्वारा एक विशाल जुलूस भी निकाला गया जो मलिंगार चौक से शुरू हुआ और लंढौर बाजार से होते हुए माल रोड गांधी चौक पर समाप्त हुआ।


मुख्य आकर्षण हनुमान थे जिन्होंने लोगों और विशेष रूप से बच्चों को अपने गड्डा और दशहरा मेला का आयोजन मसूरी पिक्चर पैलेस पार्किग में मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया था। वह देर षाम को पार्किंग में राम ने रावण के पुतले जलाए। किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने भी व्यापक बंदोबस्त किए थे। कार्यक्रम स्थल पर पीएससी के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों और फायर सर्वीस के कर्मचारी भी तैनात किये गए थे। कोरोना काल के बाद दषहरा पर्व को लोगो ने धूमधाम के साथ मनाया। मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

पूरी दुनिया में हिंदू इस त्योहार को बड़े उत्साह और धूमधाम से मना रहे हैं। दशहरा पूजा भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीके से की जाती है लेकिन इसका उद्देश्य देवता का आशीर्वाद प्राप्त करना और पूरे वर्ष अच्छा स्वास्थ्य, धन और समृद्धि सुनिश्चित करना है। पुरुष और महिला दोनों दशहरा पूजा कर सकते हैं।इस अवसर पर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल, अनंत प्रकाश, राजू जुनेजा, आशीष कनौजिया और अन्य लोग मौजूद थे।