उत्तराखंड में फायर सीजन के दौरान जंगलों को आग से बचाने के लिए वन विभाग लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहा है। जिसके तहत मसूरी फॉरेस्ट डिवीजन में जगह जगह जागरूकता शिविरों का आयोजन हो रहा है। इसमें पंचायत प्रतिनिधियों को साथ लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। सोमवार को मसूरी वन विभाग द्वारा गांव गांव जाकर लोगों को वन अग्नि को लेकर जागरूक किया वह इस मौके पर वनों में किसी भी प्रकार की आग ना लगाए जाने की अपील की। मसूरी वन विभाग रेंजर एस.पी गैरोला ने बताया कि मसूरी में वन विभाग द्वारा मसूरी फॉरेस्ट डिवीजन में ग्रामीणों और लोगों को वन अग्नि से पर्यावरण को हो रहे नुकसान के बारे में जागरूक किया गया। उन्होंने ने कहा कि जंगलों को बचाने के लिए विभाग को जनता के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की मदद के बगैर हम लोग जंगलों को बचाने में असमर्थ हैं। विभाग बिना लोगों के सहयोग के वह लोग कुछ नहीं कर सकतें। रेंज अधिकारी ने कहा कि फायर सीजन शुरू हो गया है और अब जंगलों को आग में जलने से बचाने के लिए विभाग को जनता की जरूरत है। इसलिए वन कर्मियों के साथ साथ लोग भी जंगल को आग लगने पर बचाने के लिए आगे आएं। तभी विभाग के जागरूकता कार्यक्रम की सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि लोग सतर्क रहेंगे तो जंगल कभी नहीं जल सकतें। जबकि फायर सीजन के दौरान जंगलों को आग की भेंट चढ़ने के लिए इस बार पंचायत प्रतिनिधि सामने आएं और विभाग की मदद करें। उन्होंने कहा कि जंगल में आग लगने से सिर्फ हरे पेड़ पौधे ही नहीं जलते बल्कि उसमें पक्षियों की घिरोंदे और बच्चे भी आग की भेंट चढ़कर जल जाते हैं। जंगल में रहने वाले पशु भी इसकी चपेट में आकर मौत का ग्रास बनते हैं।
सुनील सोनकर
संपादक