मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू हो गया है परंतु अव्यवस्थाओं का आलम इस कदर है की मसूरी में देश-विदेश से मसूरी आने वाले पर्यटक को को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है मसूरी मालरोड के पुननिर्माण और सौदंर्यकरण को लेकर काम में हो रही देरी के कारण जहा स्थानीय लोगो के साथ र्प्यटक परेषान है वह पुलिस द्वारा मसूरी के ट्रैफिक को लेकर बनाया गया प्लान से मसूरी का र्प्यटन व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। पुलिस द्वारा मसूरी आने वाले पर्यटकों को मसूरी से 8 किलोमीटर नीचे गज्जी बैंड से हाथीपांव की ओर डायवर्ट किया जा रहा है जिससे मसूरी आने वाले पर्यटकों को भारी परेशानी हो रही है। जहा मसूरी पहुचने के लिये गज्जी बैंड से 15 मिनट का समय लगता है परन्तु पुलिस के डायवर्ट प्लान के बाद पर्यटकों को 3 सें 4 घंटे लग रहे है जिस कारण पर्यटकों में पुलिस को लेकर खासी नाराजगी है। पर्यटकों का कहना है कि दिल्ली से मसूरी आने में जहां 5 घंटे से कम समय लगता है पर मसूरी से 8 किलोमीटर दूर से मसूरी पहुंचने में 2 से 3 घंटे लग रहे है जिससे मसूरी का पर्यटन व्यवसाय पूरी तरीके से प्रभावित हो रहा है।
दिल्ली से मसूरी अपने तीन परिवारें के साथ घूमने आए विभोर शर्मा ने बताया कि वह सुबह 9 बजे मसूरी से कुछ दूर पहुंचे जहां पर मसूरी पुलिस द्वारा मसूरी में भारी ट्रैफिक जाम का हवाला देते हुए उनको मसूरी गज्जी बैंड से हाथीपांव डायवर्ट कर दिया । उन्होंने बताया कि कुछ दूर जाने के बाद उन्होंने अपने होटल में बात करी जहां से होटल संचालक ने उनको वापस बुलाया और तब जाकर वह समय से होटल पहुंच पाये अन्यथा उनको भी 2 से 3 घंटे होटल पहुंचते में लग जाते। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि मसूरी प्रशासन और पुलिस बिना सोचे समझे प्लान तैयार कर रही है जिसका खामियाजा मसूरी के व्यवसायी को उठाना पड रहा है। उन्होने बताया कि उत्तराखंड सरकार देष विदेषों से उत्तराखंड आने के लिये आमंत्रित करती है परन्तु व्यवस्थाओं के नाम पर सब चौपट है। मसूरी मालरोड जगह जगह टूटी और खुदी हुई है पैदल चलना मुश्किल हो रही है वह दूसरी और मसूरी को लेकर पुलिस द्वारा बनाया गया ट्रैफिक प्लान है जिससे ट्रैफिक े कंट्रोल के नाम पर पर्यटकों को शोषण किया जा रहा है जो राज्य दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर यही हाल रहा तो प् दिन दूर नहीं है जब पर्यटक मसूरी आना ही छोड देगे।
होटल स्वामियों का कहना है कि पुलिस के गलत ट्रैफिक प्लान के कारण जहां पर्यटक परेशान है वही स्थानीय दुकानदार, होटल , होमस्टे संचालक आदि भी बहुत परेशान है। उन्होंने बताया कि पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा बिना सोचे समझे ट्रैफिक प्लान बना दिया गया है मसूरी पिक्चर पैलेस, लंढौर बाजार, सिविल रोड और धनोल्टी जाने वाले पर्यटकों को गज्जी बैंड से डायवर्ट किया जा रहा है जो पूर्णतः गलत है और मसूरी के पर्यटन सीजन को बर्बाद करने का षड्यंत्र. है। उन्होंने बताया कि मसूरी के पिक्चर पैलेस, लढौर बाजार, सिविल रोड वमाल रोड के होटल खाली पडे हुए हैं
मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि पुलिस द्वारा तैयार किया गया ट्रैफिक प्लान कामयाब नहीं है। ै उन्होंने कहा कि पुलिस को सभी मसूरी के स्टेक होलडर्स , सामाजिक और राजनीतिक संस्थाओं के लोगों के साथ बैठक कर मसूरी का ट्रैफिक प्लान तैयार करना चाहिए था। पुलिस को गज्जी बैड से हाथीपाव कैम्पटी फाल के साथ यमुनोत्री और गांधी चौके के आसपास जाने वाले लोगो को डायवर्ट किया जाना चाहिये जो लगभग 10 प्रतिषत है वह पिक्चर पैलेस, मालरोड , लंढौर बाजार , चार दुकान आने वाले र्प्यटकों को सीधे मसूरी आने देना चाहिये। परंतु पुलिस अपने सर दर्द को कम करने के लिए इस तरीके का प्लान तैयार कर दिया है जिसका खामियाजा मसूरी के होटल व्यवसायियों को भुगतना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि जल्द मसूरी में लागू किये गए ट्रैफिक प्लान को लेकर उच्च अधिकारियों से वार्ता करेंगे।
सीओ मसूरी अनिल जोशी ने कहा कि मसूरी में अत्यधिक ट्रैफिक जाम होने व मसूरी षहर में अधिक वाहनों का दबाव होने पर र्प्यटकों को गज्जी बैंड से हाथीपांव की ओर डायवर्ट किया जा रहा है वही मसूरी आने वाले र्प्यटकों को नहीं रोका जा रहा है परंतु अगर पुलिस द्वारा मसूरी में लागू ट्रैफिक प्लान को लेकर आपत्ति है तो उसके द्वारा वह जल्द मसूरी होटल एसोसिएषन के पदाधिकारियों के साथ बैठक का समस्या का समाधान निकाला जायेगा।