
मसूरी में मसूरी कांग्रेस द्वारा अंकिता भंडारी हत्याकांड के 1 साल पूरे होने पर मसूरी के शहीद स्थल पर एकत्रित हुए और अंकिता भंडारी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित कीं इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार से अंकिता भंडारी के कातिलों को जेल में डालने की मांग की ।उन्होंने कहा कि अ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धाबी द्वारा एक कॉलेज का नाम अंकित भंडारी के नाम पर रखकर अंकिता भंडारी के कातिलों को बचाने का प्रयास कर रहे है परंतु अंकिता भंडारी के कातिल जब तक फांसी नहीं चढ़ते तब तक कांग्रेस अंकिता को न्याय दिलाने के लिए काम करती रहेगी ।उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चरमा चुकी है प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। अंकिता भंडारी जैसे कई केस है जो लोगों के सामने नहीं आ पाए हैं। प्रदेश की सरकार पूरी तरीके से फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार द्वारा अपने सफेद पोष नेताओं को बचाने का प्रयास कर रही है जो कामयाब नहीं होगा। उन्होने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड को एक साल पूरा हो चुका है. एक साल बाद भी परिजनों के लिए इंसाफ अधूरा है. अब अंकिता भंडारी के नाम पर सियासत भी शुरू हो गई है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता भंडारी की याद में कॉलेज का नाम रखने की घोषणा की. सरकार ने पौड़ी जनपद के डोभ श्रीकोट राजकीय नर्सिंग कॉलेज का नाम अंकिता भंडारी के नाम पर करने का फैसला किया है। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार वीआईपी के नाम का अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है. अंकित भंडारी के हत्यारों को सजा भी नहीं मिली है. आरोपियों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक अंकिता भंडारी को न्याय नहीं मिल जाता तब तक कांग्रेस का आंदोलन जारी रखेगा।इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी देवी गोदियाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष महेश चंद्र, कामिल अली, चांद खान, भरोसी रावत सुनील पवार, अरविंद सोनकर, मेघ सिंह कंडारी आदि मौजूद थे।