मसूरी में नगर पालिका द्वारा शहीद स्थल से सटाकर किए जा रहे अवैध निर्माण को लेकर राज्य आंदोलनकारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। वही मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भ्रष्ट एमडीडीए के अधिकारी अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं है जिसको लेकर आने वाले समय पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। मसूरी के शहीद स्थल पर राज्य आंदोलनकारी द्वारा नगर पालिका प्रशासन सरकार और मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के खिलाफ धरना प्रर्दशन कर जमकर हल्ला बोला गया। राज्य आंदोलनकारी ललित मोहन काला प्रदीप भंडारी पूरन जुयाल, बिल्लू बाल्मीकि, देवी गोदियाल, संजय टम्टा ने कहा कि राज्य आंदोलन में अपनी शहादत देने वाले 6 शहीदों का अपमान सरेआम किया जा रहा है पालिका प्रशासन द्वारा पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के निर्देशों के बाद शहीदों और आंदोलनकारियों के मंदिर शहीद स्थल के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है शहीदों का अपमान किया जा रहा है वही शहीद स्थल के सटाकर कैफिटेरिया बनाए जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसका लगातार विरोध किया जा रहा है परंतु कोई भी अधिकारी ,सरकार व शासन सुनने को तैयार नहीं है।

उन्होंने कहा कि लगातार आंदोलन कर प्रशासन और सरकार को शहीदों के साथ हो रहे अपमान को बताने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल से सटाकर अवैध निर्माण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जब तक अवैध निर्माण को ध्वस्त नहीं किया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और कांग्रेस नेता मेध सिंह कंडारी ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रदेश की चार पटकी पुष्कर सिंह धामी मसूरी में हो रहे मसूरी पालिका द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में नाकामयाब साबित हो रही है। वहीं मसूरी के विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा मसूरी को बेचा जा रहा है लगातार शिकायत होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है ऐसा लग रहा है कि पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में लिप्त है और इसको लेकर जल्द एक बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।