पहाड़ों की रानी मसूरी में एनजीटी के निर्देशों के बाद मसूरी धोबीधाट झील से पानी टैंकरों के माध्यम से मसूरी के होटलों में पेयजल की आपूर्ति को पूर्ण रूप से बंद करने के बाद मसूरी में पेयजल की दिक्कत होने लगी है। जिसको लेकर मसूरी गढ़वाल जल संस्थान द्वारा प्राकृतिक स्रोतों को तलाशने का काम शुरू कर दिया गया हैं। जिसके तहत मसूरी में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके। मसूरी जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एलसी रमोला ने बताया कि क्यारकूली ग्राम, बांसाघाट और बीटधार के पास प्राकृतिक स्रोतों को चिन्हित किया गया है जिनके पानी को टेस्टींग के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मसूरी गढ़वाल जल संस्थान क्षेत्र के ग्राम पंचायतों से वार्ता कर मसूरी में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति किए जाने को लेकर कार्य योजना तैयार की जा रही है जिसकी शासन से अनुमति मिलने के बाद लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मसूरी में 144 करोड रुपए की योजना से मसूरी यमुना पेयजल योजना का काम तेजी से किया जा रहा है और उनको पूरा उम्मीद है कि अप्रैल के अंत तक परियोजना का काम पूरा हो जाएगा और मसूरी में पेयजल की दिक्कत नहीं होगी। फिलहाल वैकल्पिक पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराये जाने को मसूरी के प्राकृतिक पानी के स्रोतों को चयनित किया गया है जिसको लेकर मसूरी गढ़वाल जल संस्थान के कार्यालय में सभी स्टेकहोल्डर की बैठक बुलाई गई थी जिसमें मसूरी होटल एसोसिएशन, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन सहित कई मौजूद थे। जिन्होने बताया कि बिना पेयजल के उनको अपने प्रतिष्ठानों को संचालन करने में काफी दिक्कत उत्पन्न हो रही है और अगर जल्द इसका समाधान नहीं किया गया तो उसका सीधा असर मसूरी के पर्यटन व्यवसाय पर पड़ेगा।

गंढवाल जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एलसी रमोला ने बताया कि मसूरी में पेयजल की काफी दिक्कत है वर्तमान में उनके पास मात्र 4 एमएलडी पानी ही उपलब्ध है जबकि 14 एमएलडी पानी की डिमांड मसूरी में है ।उन्होंने कहा कि आसपास के प्राकृतिक स्रोतों के माध्यम से ही मसूरी में पेयजल की आपुर्ति किये जताने को लेकर कार्य योजना तैयार की जा रही है ऐसे में जल प्राकृतिक स्रोतों को चिह्नित कर नियमानुसार मसूरी में टैंकरों के माध्यम से पानी सप्लाई करने कीे कवायद की जा रही है । उन्होंने बताया कि अप्रैल अंत तक मसूरी यमुना पेयजल योजना का काम पूरा हो जाएगा और उनको उम्मीद है कि इसके बाद मसूरी में इसी प्रकार की पेयजल की कमी नही होगी। इस मौके पर गढ़वाल जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत, उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन , अध्यक्ष संदीप साहनी, मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल, मसूरी एसोसिएशन मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के रजत अग्रवाल, महामंत्री जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल सहित कई लोग मौजूद थे।