मसूरी स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी ने बल का 62 वाँ स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर सर्वप्रथम बल के शहीदों के सम्मान में पीएस डंगवाल महानिरीक्षक/निर्देशक. भातिसी पुलिस अकादमी द्वारा अन्य अधिकारियों के साथ शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया गया। तदोपरान्त निदेशक पीएस डंगवाल द्वारा अकादमी परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया गया व गौरव सेलोपाल, उप सेनानी / जीडी की कमान में भव्य परेड ने बल ध्वज को सलामी दी।निदेशक अकादमी द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं अन्य पदाधिकारियों को भातिसी पुलिस बल के स्वर्णिम इतिहास के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गई जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि बल ने प्रारंभ में मात्र 04 वाहिनियों के साथ देश की उत्तरी सीमाओं की रक्षा का कार्यभार संभाला था। वर्तमान में बल को लद्दाख के काराकोरम पास से, अरुणाचल प्रदेश में जेलेपला तक 3488 किमी की सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। बल की अग्रिम चौकियों की ऊंचाई भारत-चीन सीमा पर 9000 फीट से 18700 फीट तक है।
साथ ही निदेशक महोदय द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि हिमवीर शून्य से माइनस 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में भारत की अग्रिम चौकियों में अपने बल के आदर्श वाक्य ष्शौर्य, दृढता, कर्मनिष्ठाष् के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं व इसके अतिरिक्त आतंकवाद एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी अपना अहम योगदान दे रहे हैं। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात होने के कारण समय-समय पर आये प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में व लोगों को अन आपदाओं से बचाने में बल का अहम योगदान रहा है।पीएस डंगवाल, महानिरीक्षक / निदेशक भा०ति०सी० पुलिस अकादमी द्वारा बल स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर सभी को पुनः शुभकामनाऐं दी गई। इस अवसर पर राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक/उप निदेशक अकादमी, शोभन सिंह राणा, सेनानी (प्रशासन विंग) व जीजू एस. सेनानी (कॉम्बैट विंग) भी उपस्थित थे।