केंद्र सरकार लगातार कोरोना की रोकथाम को लेकर तैयारियों में जुटी हुई है.जिसको लेकर देशभर के अस्पतालों में मगंलवार को माक ड्रिल कराया गया। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए देशभर के अस्पतालों में कोविड-19 माक ड्रिल कराया गया. मॉक ड्रिल का मकसद इक्विपमेंट, प्रोसेस और मेन पावर से जुड़ी तैयारियों को परखना था. भारत सरकार इस बाद कोरोना से लड़ने के लिए अपनी तैयारियों को पूरी तरह से दुरस्त रखना चाहती है. इस को लेकर पहाड़ों की रानी मसूरी में देहरादून स्वास्थ्य विभाग की डारेक्टर डा. भारती राणा ने उप जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया जहा पर उनको कुछ कमियां मिली जिसको जल्द दूर करने के लिये सीएमएस को निर्देश दिये गए। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में पैरामेडिकल और चतुर्थ श्रेणी के स्टाफ की भारी कमी है जिसको लेकर वह उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट देंगे जिससे कि मसूरी के अस्पताल में कर्मचारियों की कमी को दूर किया जा सके।


उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन मैनीफोल्ड सिस्टम का भी निरीक्षण किया गया जिससे कि कोरोना के समय पर ऑक्सीजन की कमी ना हो पाए। बच्चों के लिए सौंपी जाएगी जिससे कि सभी कमियों को जल्द दूर कर लिया जाए। उन्होंने बताया कि उप जिला चिकित्सालय को पूरी तरीके से संचालित किए जाने को लेकर शासन स्तर पर वार्ता की जा रही है और जल्द उप जिला चिकित्सालय के तहत दी जाने वाली सुविधा और बजट चिकित्सालय को मिलने लगेगा। अस्पताल में नियुक्त सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को एक बार फिर से ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे कि अगर कोरोना संक्रमण फैलता है तो उससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरीके से तैयार हो सके। इस मौके पर मसूरी कोविड इंचार्ज डॉ प्रदीप राणा भी मौजूद थे।