मसूरी हुसैनगंज के पास मसूरी क्लिप कॉटेज में घने जंगल के बीच बन रही सडक का र्प्यावरणविद्वों ने किया विरोध, डीएफओ ने स्थलीय निरीक्षण कर जांच के दिये आदेश
रिपोर्टर सुनील सोनकर
पहाड़ों की रानी मसूरी में अवैध निर्माण और जंगलों के कटान के मामले काफी संख्या में बढ़ गए हैं जिसको लेकर पर्यावरणविद्व चिंता जाता रहे है। उनका कहना है कि जल्द अगर मसूरी में निर्माण की आई बाढ़ और पेड़ों की काटने की मामलों को नहीं रोका गया तो मसूरी जल्द कंक्रीट में तब्दील हो जाएगा।
मसूरी र्प्यावरणविद्व ललित मोहन काला ने कहा कि मसूरी क्लिप कॉटेज हुसैन गंज के पास भूस्वामी द्वारा सभी नियमों को ताक पर रख कर हरेभरे घने जंगल और पेडों का काटान कर सडक का निर्माण कर रहा है जबकि पूर्व में वन विभाग द्वारा उनकी षिकायत पर कार्यवाही कर काम को रूकवा दिया था। उन्होने कहा कि मसूरी क्लिप कॉटेज से कोई भी रास्ता काटेज से मुख्य राश्ट्रीय राजमार्ग नही जाता था परन्तु वर्तमान में भूस्वामी द्वारा घने जगल और पेडों को नुकसान पहुचानकर करीब 3 मीटर चौडी और 200 मीटर लम्बी सडक का निर्माण किया गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होने कहा कि वन विभाग और नगर पालिका के अधिकारियों द्वारा मसूरी क्ल्फि कॉटेज में घना जंगल होने के बावजूद भी सड़क के निर्माण की अनुमति दे दी गई है। उन्होंने कहा कि पूराने नक्शे में छोटी सी पगडंडी दिखाई गई है परंतु भू स्वामी द्वारा एक बड़े भ्रष्टाचार और षड्यंत्र को अंजाम देते हुए पक्की सड़क का निर्माणकर दिया गया है जिसकजिसमें उसके द्वारा सड़क के निर्माण के बीचो-बीच आने वाले कई पेड़ों को काट दिया है वहीं कई पेड़ सूखने कीकगार पर है उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी वन संरक्षण की जगह भ्रष्टाचार को अंजाम देकर वनों को खत्म करने में लगे हैं जो बर्दाश्त नही होगे। उन्होंने कहा जब मसूरी में जंगल और पेड़ ही नहीं रहेंगे तो मसूरी का पर्यावरण नश्ट हो जाएगा जिसका खामियाजा आने वाली पीडियों को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने मसूरी डीएफओ से पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर पूरे भ्रश्टाचार मे लिप्त अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ निलंबन की कार्रवाई की मांग की है।
डीएफओ मसूरी अमित कंवर ने बताया कि उनके द्वारा क्ल्फि कॉटेज में चल रहे सड़क निर्माण का विभागीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया है उन्होंने कहा कि नगरपालिका मसूरी के द्वारा दिए गए नक्शे में सड़क पूर्व में सड़क दर्शी गई है परंतु उनके द्वारा भू- स्वामी और नगर पालिका दोनों की दस्तावेज मांगे गए हैं जिसका परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई पेड़ भी सूखे हुए मिले हैं जिसकी जांच कराई जा रही है वहीं कई पूर्व में भी क्लिफ कॉटेज पर पेड़ों की गणना कराई गई थी और अगर गणना से कम पेड़ पाये गए तो भूस्वामी के खिलाफ नियम अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा क़ि पर्यावरण और पेड़ों के संरक्षण के लिए वन विभाग कटिबंध है और अगर कोई भी इसे छेड़छाड़ करता हुआ पाया गया तो उसको बक्षा नहीं जाएगा।