

मसूरी में हरेला पर धूमधाम के साथ मनाया गया इस मौके पर विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों में पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षित करने के लिए जागरूक किया। वहीं मसूरी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों द्वारा मसूरी के चार स्कूलों पर स्कूलों में जाकर बच्चों को हरेला पर्व के महत्व बताने के साथ वृक्षारोपण किया गया इस मौके पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के असिस्टेंट कमांडेंट सीके शेटटी ने बताया कि मसूरी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा मसूरी में एक सप्ताह तक हरेला पर्व को मनाया जाएगा। मसूरी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा हर रोज मसूरी और आसपास के चार स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं के साथ स्कूल परिसर में विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपे जायेगे।


वहीं छात्र छात्राओं को हरेला के पर्व की महत्वता और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मसूरी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस का तीन हजार से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य है। वही दूसरी ओर मसूरी भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष राकेष रावत के नेतृत्व में मसूरी नाथ मंदिर के पास बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा रोबस्ट वर्ल्ड संस्था के सहयोग से इंदिरा कॉलोनी में विभिन्न प्रजाति के फल रोपे गए। आरएन भार्गव इंटर कॉलेज , इंटर कॉलेज मसूरी गर्ल्स इंटर कॉलेज मसूरी, सनातन धर्म इंटर कॉलेज में वन विभाग के सहयोग से देवदार चिड आदि के पेड़ों का विद्यालय की भूमि पर रोपीत किये गए और उन्हें पूर्णता सहेजने का संकल्प लिया गया। साथ ही बच्चो को उत्तराखंड की लोक संस्कृति, प्रकृति, पर्यावरण के सरक्षण के बारे जानकारी दी

भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष रजत अग्रवाल, प्रधानाचार्य अनिता डबराल, अनुज तायल ने कहा कि हरेला पर्व हमारे प्रदेश का गौरव है और इस दिन सभी लोग वृक्षारोपण कर पर्यावरण को संरक्षण करने के लिए एवं योगदान देते हैं । उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जिस पौधे को वह लगा रहे हैं उसके पालन-पोषण का पूरा ध्यान रखें जिससे कि वह पर्यावरण संरक्षण में अपनी अहम भूमिका निभा सके। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी राज्य सरकार द्वारा हरेला पर्व को लेकर कई योजनाओं के तहत काम किया गया जिससे प्रदेश को हरा भरा कर पर्यावरण को संरक्षण किया जा सके। बता दे श्रावण माह में मनाये जाने वाला हरेला उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में सामाजिक रूप से अपना विशेष महत्व रखता है और कुमाऊं का यह अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है जिस वजह से इस क्षेत्र में यह त्यौहार अत्यंत धूमधाम के साथ मनाया जाता है श्रावण मास भगवान शंकर का अत्यंत प्रिय मास है, इसलिए हरेले के इस पर्व को कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों मे हर-काली के नाम से भी जाना जाता है।

हरेले को काटकर घर के बुजुर्ग परिवार के सभी सदस्यों को टीका लगाते हैं और हरेला आशीर्वाद स्वरूप उनके सिर और कान में रखते हैं और उनकी सुख समृद्धि दीर्घायु और स्वस्थ रहने की कामना के साथ आशीर्वाद देते हैं । वही श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय मसूरी में हरेला पर्व मनाया गया जिसमें आइटीबीपी मसूरी के जवानों के सहयोग से अनेक प्रकार के फलदार वृक्ष लगाये गए इस उपलक्ष में महाविद्यालय प्रबंधन समिति के प्रबंधक वैभव तायल, सदस्य अशोक मित्तल, संदीप गोयल सभासद नगर पालिका मनीषा खरोला महाविद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्या श्रीमती मीनाक्षी चौहान अध्यापिका श्रीमती गीता रावत, श्रीमती शकुन्तला अध्यापक प्रवीन बंधानी, कपिल उनियाल, महेश तिवारी ,पाचक ,परिचारिका व समस्त छात्र उपस्थित रहे