मसूरी में विंटर लाइन कार्निवाल और फूड फेस्टिवल का आयोजन कराया जा रहा है जिसको लेकर एसपी ट्रैफिक अक्षय प्रहलाद कोंडे के निर्देश के बाद मसूरी माल रोड को सुबह 10 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक पूर्णतया बंद कर दिया गया है परंतु इमरजेंसी सेवा 108 और फायर सर्विस को भी इसमें जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है जिसको लेकर लोगों में खासा आक्रोश है। मसूरी में बुधवार को मालरोड पर लगे बोलार्ड मरीज पर भारी पउ गए जब पुलिस द्वारा 108 एम्बुलेस से मरीज को मालरोड से होते हुए उप जिला चिकित्सालय ले जाया जा रहा था परन्तु पुलिस द्वारा झूलाघर पर खडे किये गए बोलार्ड को डाउन नहीं किया गया जिसके बाद एम्बुलेंस को करीब 7 किलोमीटर का सफर कर मरीज को उप जिला चिकित्सालय ले जा गया जहा गंभीर हालत में मरीज का डाक्टर द्वारा इलाज किया जा रहा है। बताया जा रहा है बुधवार को दोपहर में मसूरी गांधी चौक पर एक लड़का को मिर्गी का दौरा आने से वह सड़क पर गिर गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया जिसको 108 एंबुलेंस के माध्यम से मसूरी उप जिला चिकित्सालय ले जाना था


वही 108 एंबुलेंस माल रोड से होते हुए झूलाधर पहुंची जहां पर बोलार्ड खड़े हुए थे ऐसे में 108 एंबुलेंस के चालक ने मालरोड में लगे बोलाट को खोलने के लिए मसूरी कोतवाल को फोन किया परंतु उसका कहना था कि बुलाट को नही खोला जा सके व बु बोलार्ड की चाबी एसपी ट्रैफिक के पास है वह 31 दिसंबर तक नही खुलेगें। पुलिस की सब अमाननीय कृत को देखते हुए लोगों पर भारी आक्रोश है। लोगो ने कहा कि पुलिस और प्रषासन के लिये विंटर लाइन कार्निवाल जरूरी है जबकि एक इंसान की जान की किमत उनके लिये कुछ नही है। उन्होने कहा कि अगर मालरोड में लगे बुलाट एम्बुलेंस के लिये खोल दिया जाता तो गंभीर हालत मे मरीज को मात्र 10 मिनट में अस्पताल पहुाया जा सकता था परन्तु पुलिस क तुगलगी फरमान के कारण मरीज को 1 किलोमीटर का सफर की जगह करीब 7 किलोमीटर का सफर तय करके गंभीर हालत में मरीज को अस्पताल पर जाना पड़ा।

मसूरी उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस डाॉ यतेंद्र सिंह ने बताया कि अगर मरीज को देर से लाया जाता तो शायद उसकी जान में बन जाती। उन्होंने कहा कि कार्निवल से जरूरी एक इंसान की जान है ऐसे में पुलिस को अपने नियमों में संशोधन करना चाहिए।
मरीज के साथ युवक ने बताया कि अचानक उसके दोस्त को दौरा पड़ गया था जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया । 108 एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा था परन्तु मालरोड में बोलार्ड खडे हुए थे जिसके एम्बलेंस को लम्बा सफर तय कर अस्पताल जाना पडा।
108 कर्मचारी ने बताया कि उनके द्वारा मसूरी कोतवाल को सूचित किया गया था कि एक गंभीर रूप से हालत मरीज को माल रोड से होते हुए उप जिला चिकित्सालय ले जाया जा रहा है और मालरोड में खडे बोलार्ड को डाउन कर दिया जाये परंतु कोतवाल द्वारा स्पष्ट कहा गया कि मालरोड में लगे बोलार्ड का डाउन किया जाना संभव नहीं है। क्योकि बोलार्ड की चाबी एसपी ट्रैफिक के पास है वह 31 दिसबंर के बाद ही खोले जायेगे।

सवाल उठता है कि माल रोड में विंटर लाइन कार्निवाल तो कराया जा रहा है जिससे कि पर्यटक को पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके परंतु एक व्यक्ति की जान से ज्यादा क्या विंटरलैंड कार्निवल जरूरी हे इस पर एसपी ट्रैफिक अक्षय प्रह्लाद कोंडे को अपने नियमों को बदलना चाहिए ।