मसूरी में एमपीजी कॉलेज में 2007 से 14 शिक्षकों की नियुक्ति के मामले का संज्ञान लेते हुए हाई कोर्ट द्वारा रिक्त पड़ी शिक्षकों की नियुक्ति को 15 दिनों के भीतर करने के निर्देश दिए जिसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्ति को लेकर तैयारी शुरू कर दी है वह हाई कोर्ट के निर्देश के बाद मसूरी एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा हाईकोर्ट का आभार व्यक्त किया और मिठाई बांटकर खुषी मनाई। मसूरी नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा संचालित म्यूनिसिपल पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज में मसूरी शहर के साथ ही दूरदराज के गांवों से भी छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं लेकिन शिक्षकों के अभाव में उन्हें अन्य शहरों में पठन-पाठन के लिए जाना पड़ता था जिसको लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसका संज्ञान लेते हुए न्यायालय ने 15 दिनों के भीतर शिक्षकों की नियुक्ति के आदेश पारित किए। एनएसयूआई षहर अध्यक्ष नवीन शाह और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस ने हाईकोर्ट काआभार व्यक्त करते हुए कहा कि कॉलेज में 14 शिक्षकों की नियुक्ति होने पर कालेज में षिक्षा का स्तर बढेगा और कालेज में पढ़ाई करने आने वाले छात्र छात्राओं को सभी विषय उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि यह मसूरी का एकमात्र डिग्री कॉलेज है और लंबे समय से छात्र-छात्राएं शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर मांग कर रहे थे। प्राचार्य अनिल चौहान ने बताया कि वर्ष 2007 से सेवानिवृत्त हुए अध्यापकों के बाद कोई भी नियुक्ति नहीं हो पाई थी लेकिन उच्च न्यायालय में अनीशा द्वारा दायर याचिका के बाद 14 नियुक्ति 15 दिनों के भीतर करने की बात कही गई है इससे जहां छात्र छात्राओं को पठन-पाठन में सुविधाएं उपलब्ध होंगी वहीं सभी विषय के प्रोफेसर कॉलेज में उपलब्ध होंगे।
सुनील सोनकर
संपादक