मसूरी में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक कर व्रत रखे व पूजा पाठ कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। मसूरी देहरादून मार्ग पर स्थित शिव मंदिर पर महाशिवरात्रि के पर्व पर विशाल आयोजन किया गया जहां शिव भक्तों की भीड़ देखी गई।मसूरी में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर, श्री सनातन धर्म मंदिर में श्रद्धालुओं को भरी भीड़ देखी गई। महाशिवरात्रि के पर्व पर मंदिरों में सुबह विशेष पूजा अर्चना की गई जहां भक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। मंदिरों में इस अवसर पर पूजा अर्चना की गई वहीं भक्तों द्वारा प्रसाद चढाया गया है वहीं दूसरी ओर लोगों ने घरों में व्रत रखे व पूजा अर्चना की।


वहीं मसूरी के पास बर्लोगंज क्षेत्र के मौसी फाॅल पर प्राकृतिक रूप से स्थापित हुआ पौराणिक शिव लिंग पर भक्तों की भारी संख्या देखने को मिली । सुबह से ही प्राकृतिक शिवलिंग पर लोग जल दूध बेलपत्री फल मिठाई से अभिषेक किया। बताया जाता है कि मसूरी बार्लोगंज के मौसीफाल पर कई वर्शो पहले ग्रामीण को पत्थर की आकृति का शिवलिंग के दर्षन हुए जिसका स्वरूप अपने आप समय-समय पर बढ़ता चला गया और इस शिवलिंग के ऊपर प्राकृतिक रूप से पहाड़ से पानी टपकता रहता है बताया जा रहा है कि कुछ समय से शिवलिंग का स्वरूप अपने आप बढ़ रहा है और लोगों की आस्था भी इस शिवलिंग को लेकर बहुत ज्यादा देखी जा रही है। मसूरी झड़ीपानी बार्लोगंज, खेत वाला, कोलूखेत और आसपास से भारी संख्या पर श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर भगवान शिव की आराधना कर रहे है।ं स्थानीय लोग वेद प्रकाष थपलियाल, टिकम सिंह रावत, कुवर सिंह रावत ने बताया कि भगवान शिव के शिवलिंग की स्थापना यहां पर प्राकृतिक रूप से हुई थी और यहां पर भगवान शिव ने स्वयं दर्शन दिए थे जिसके बाद यह पत्थर का स्वरूप ने शिवलिंग का रूप ले लिया और एकाएक इसका आकार भी अपने आप बढ़ता चला गया ।वहीं पहाड़ से लगातार इस शिवलिंग के ऊपर हर समय पानी गिरता रहता है जो अपने आप में अद्भुत हैयहां पर सैकड़ों की संख्या में आसपास के क्षेत्र के लोग महाशिवरात्रि पर जुड़ते हैं और भगवान शिव की आराधना कर अपनी मनोकामना मांगते हैं इ मंदिर समिति द्वारा विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसक प्रसाद के तौर पर सभी लोगों ने ग्रहण किया।


मंदिर के पुजारी बलदेव प्रसाद बलूनी ने बताया कि महाशिवरात्रि का पर्व का खास महत्व होता है प्रत्येक वर्ष के फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। मंदिर के पुजारियों का कहना शिवरात्रि के मौके पर जो भी सच्चे मन से अपनी मुराद मांगता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है।उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन शिव पूजा करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से निरोगी काया, सुख, समृद्धि की प्राप्ति होती है। जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा होता है या किसी कारण उसमें देरी हो रही है, तो महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा करने से मनोकामना पूर्ण होती है। जीवन में सुख शांति की प्राप्ति भी शिव कृपा से होती है।