मसूरी एमपीजी कालेज में छात्र संगठन द्वारा 2018 में निर्मित शौचालय और कैंटीन का ताला तोड़े जाने पर एनएसयूआई और छात्र संगठन आमने सामने आ गए है जिसको लेकर एनएसयूआई द्वारा कैंटीन और शौचालय को बंद करने की मांग की गई जिस पर छात्र संगठन द्वारा भारी विरोध किया गया और कालेज प्रचार्य का घेराव किया गया। आ मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार पर छात्रसंघ अध्यक्ष का लेटर पेड और कार में छात्रसंघ अध्यक्ष लिखे जाने का भी भारी विरोध किया। उन्होंने कहा कि कैंटीन और शौचालय छात्रों के लिए ऐसे में ताला नहीं लगाया जाना चाहिए अगर उसमें सुविधा नहीं है तो उसके सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए। छात्रसंघ के सचिव रचीत रावत ने कहा कि एनएसयूआई की मांग पर छात्रसंघ द्वारा शौचालय में पानी और बिजली की व्यवस्था कर दी गई है वहीं कैंटीन को चलाने के लिए भी कार्य किया जा रहा है ऐसे में एनएसयूआई द्वारा बेवजह शौचालय और कैंटीन पर ताला लगाने की कोशिश की जा रही है जो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी उन्होंने प्राचार्य डाॅ सुनील पवार पर भी छात्रों के हितों के लिये काम ना करने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि प्राचार्य डाॅ सुनील पवार एनएसयूआई के दबाव में काम कर रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही दूसरी ओर मसूरी एमपीजी कॉलेज छात्रसंघ के पदाधिकारियों ने छात्रसंघ के अध्यक्ष प्रीतम लाल और महासचिव रचित रावत के नेतृत्व में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि कुछ लोग कालेज के माहौल का खराब करना चाहती है उन्होंने कहा कि पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार द्वारा तीन साल के कार्यकाल में कालेज और छात्र हितों में कुछ नही किया गया और अब जब एबीवीपी के छात्रसंध चुनाव जीत कर कालेज के हित में कार्य करना चाह रहा है तो एनएसयूआई को बर्दाष्त नही हो रहा है। छात्रसंध अध्यक्ष प्रीतम लाल, सचिव रचित रावत और विष्व विद्यालय प्रतिनिधि मोहन षाही ने कहा कि मसूरी एमपीजी काॅलेज में छात्र संगठन द्वारा 2018 में निर्मित शौचालय और कैंटीन का ताला तोड़े जाने पर एनएसयूआई ने विरोध दर्ज किया है उन्होंने कहा कि मसूरी छात्र संगठन द्वारा मसूरी एमपीजी काॅलेज छात्र संगठन द्वारा असंवैधानिक तरीके से कैंटीन और शौचालय का ताला तोड़ा गया है जो गलत है।
मसूरी एमपीजी काॅलेज संगठन के अध्यक्ष प्रीतम लाल ने कहा कि 2018 में एनएसयूआई के कार्यकाल में शौचालय का निर्माण किया गया था परंतु दुर्भाग्यवश 2018 के बाद लगातार एनएसयूआई द्वारा छात्रसंघ का चुनाव जीता गया परंतु एनएसयूआई के द्वारा सोची समझी साजिश के तहत ना तो शौचालय खोला गया और ना ही कैंटीन को खोला गया। उन्होंने कहा कि कालेज प्रबंधन द्वारा कॉलेज परिसर में छात्रों की सुविधाओं के लिए शौचालय और कैंटीन को बनाया गया है ना कि किसी के निजी स्वार्थ के लिए। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता मसूरी एमपीजी कॉलेज छात्र संगठन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा छात्रों के हितों के लिये किए जा रहे कार्यों से बौखला गई है इसलिए उनको द्वारा बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि जल्द शौचालय और कैंटीन का भी संचालन किया जाएगा और अगर कैंटीन का संचालन नहीं हुआ तो कैंटिन को छात्रों के हितो कें उपयोग में लाये जाने के लिये कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार द्वारा अपनी गाड़ी में छात्रसंघ अध्यक्ष का बोर्ड लगा रखा है जबकि पूर्व इतना छोटा लिखा गया है जो दिख ही नहीं रहा है वही पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष द्वारा अभी भी छात्रसंध अध्यक्ष का लेटर पैड इस्तेमाल कर रहे हैं जो संविधान के खिलाफ है उन्होंने एसडीएम मसूरी को शिकायत पत्र देकर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार पर नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई करने की मांग की गई है वह तत्काल प्रभाव से गाड़ी में लगे छात्रसंघ अध्यक्ष के बोर्ड को हटाने की मांग की गई है। इस मौके पर अध्यक्ष छात्रसंघ प्रीतम पिंटू छात्रसंघ सचिव रजीत रावत, छात्रसंघ उपाध्यक्ष सौरव सिंह वि वि प्रतिनिधि मोहन शाही, सहसचिव शीला, कोषाध्यक्ष अंजली नगर मंत्री अमित पवार, सुमित भंडारी, उमेद चंद कुमाई,सूरज चंद कुमाई, नगर सह मंत्री अमित रमोला , अंकुश डबराल, मनवीर तोमर, युवराज रावत, अमन चौहान, मूनकला शाही, अंजली नेगी, जागृति रोन्छेला, शिवानी आदि मौजूद थे।