एसएसपी टिहरी तृप्ति भट्ट द्वारा टिहरी गढ़वाल द्वारा जनपद पुलिस को आपदा एवं आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित रेस्क्यू कार्यों हेतु सक्षम बनाए जाने के क्रम में थाना कैंपटी पुलिस द्वारा फायर सर्विस टिहरी, वन विभाग व स्थानीय हिमालयन एडवेंचर इंस्टिट्यूट के साथ संयुक्त रूप से थाना कैंपटी में आपदा प्रबंधन का डेमोंसट्रेशन किया गया।डेमोंसट्रेशन में ’हिमालयन एडवेंचर इंस्टीट्यूट व फायर सर्विस के प्रशिक्षकों द्वारा’ थाना पुलिस सहित ग्राम प्रहरियों को राहत एवं बचाव कार्य तथा डेमोंसट्रेशन के बारे में विस्तार से बताते हुए आपदा संबंधी उपकरणों की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अधिकारियों ने कहा की भूकंप के प्रति सभी को जागरूक होना अति आवश्यक है.
भूकंप का प्रभाव व्यापक होता है और इस आपदा का पूर्वानुमान भी नहीं किया जा सकता है. सुरक्षित भवन का निर्माण कर और सुरक्षित व्यवहार अपनाकर भूकंप के प्रभाव को कम किया जा सकता है ।प्रशिक्षण कार्यशाला में अधिकारी व कर्मचारियों को आपदा, परिस्थितियों, जिम्मेदारियों, राहत-बचाव, प्राथमिक उपचार आदि की विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर सरकार बहुत संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि आपदा, उसके विभिन्न प्रकारों, आपदा प्रबंधन तंत्र की जिम्मेदारी, राहत-बचाव को लेकर अधिकारियों को पल-पल सतर्क रहना होगा। मॉकड्रिल के माध्यम से बताया गया कि ऐसे वक्त में कैसे संबंधित विभाग एक-दूसरे से समन्वय बनाकर कार्य करें। इसमें उपकरणों के माध्यम से कार्य करने की सीख दी गई। इस अवसर पर एसडीआरएफ टीम ने मॉकड्रिल प्रशिक्षण के माध्यम से स्थानीय लोगों को भूकंप के दौरान स्वयं को सुरक्षित करने, सुरक्षित निष्कासन और बेसिक मेडिकल रिस्पांस स्टेटस, स्थानीय संसाधनों से स्ट्रेचर बनाने की विधियां, प्राथमिक शिक्षा की विधियां आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी माकड्रिल और अभ्यास के माध्यम से दी गई।
डेमोंसट्रेशन में थाना कैंपटी केूु नवीन जुराल (थानाध्यक्ष) उ0नि0 भंवर सिंह, उ0 नि0 नीलम, हे0कां0(प्रो0) शीशपाल सिंह चौहान तथा फायर सर्विस टिहरी से संदीप यादव (एल0एफ0एम0), महेंद्र सिंह चौहान व विक्रम तोमर (दोनों एफ0एम0) सहित हिमालयन एडवेंचर इंस्टिट्यूट से दीपक सेमवाल व स्थानीय ग्राम प्रहरी उपस्थित रहे।