भारी उद्योग मंत्री डाॉ. महेंद्र नाथ पांडेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को भारी उद्योग मंत्रालय (एमएचआई) की हिंदी सलाहकार समिति की 7वीं बैठक उत्तराखंड के मसूरी में संपन्न हुई। बैठक के दौरान भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हिंदी विश्व फलक पर स्थापित हो गई है। प्रधानमंत्री विश्व मंच पर अपनी बात हिंदी में ही रखते हैं। इससे विश्व स्तर पर हिंदी का प्रचार-प्रसार हुआ है और अब सरकारी कामकाज में हिंदी का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। खासकर, पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार के कार्यालयों में हर स्तर पर हिंदी का काम जितना बढ़ा है, उतना पहले कभी नहीं रहा। केंद्रीय मंत्री डाॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि वास्तव में यह हिंदी का अमृतकाल है और मुझे इस बात का गर्व है कि मैं इस दौर का हिस्सा हूं। पत्रकारों से वार्ता करते हुए भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि भारत के संविधान में राजभाषा नियमावली के तहत हर विभागों में हिंदी समितियां बनाना आवश्यक है और इसी के तहत सभी विभागो के अंदर हिंदी सलाहकार समिति बनाना आवश्यक है। भारी उद्योग मंत्रालय के सभी विभागों में उच्च स्तर पर हिंदी सलाहकार समिति की बैठक मसूरी में संपन्न हुई है जिसमें भारी उद्योग मंत्रालय के सभी उपखंड के अधिकारियों ने अपनी अपनी रिपोर्ट पेश की और जिसमें सभी लोगों द्वारा विभागों में कार्य में हिन्दी भाषा को बेहतर तरीके से प्रयोग में लाया जा रहा है। वही हिंदी को क्षेत्रीय भाषाओं को बल दिये जाने पर चर्चा भी की गई।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्षाे की तुलना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य भाषा समिति की अध्यक्ष गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बहुत अच्छी पहल की जा रही है भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का निर्माण करते हुए हिंदी भाषा को मजबूत करने का काम किया जा रहा है वही अपने सभी कामकाज में हिंदी भाषा को प्रमुखता से प्रयोग में लाया जा रहा है उन्होंने कहा कि 9 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा सरकार क तीन मंत्र सेवा सुशासन और गरीब कल्याण पर काम कर मोदी जी ने भारत ही नहीं दुनिया में अपने आप में सशक्त उदाहरण बन गए हैं और जो संकल्प लिया उसे पूरा किया और 9 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर योजना को जमीन पर क्रियान्वित किया है। उनहोने की कि मोदी सरकार से जनता बहुत खुश है देष में गरीबों का सम्मान बढ़ा, ,देश का गौरव बढ़ा, इंफ्रास्ट्रक्चर बड़ा, आर्थिक समृद्धि बड़ी है और निश्चित 2019 के मुकाबले देष की जनता प्रधानमत्रंी की सरकार को अधिक सीटें से जिताकरएक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की सेवा करने का मौका देगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष की लामबंदी मोदी जी की विजय रथ को रोकने के लिए नहीं बल्कि मोदी जी के कदम देश में ईमानदार श्षासन और प्रशासन के कदमों , पारदर्शी विकास को और प्रधानमंत्री की इमानदारी विपक्ष को बाघक लग रही है लेकिन देश की जनता सब जानती है और जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ है।


बैठक में भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव कामरान रिजवी ने अपने संबोधन में कहा कि पहले फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले सिविल सेवा में अधिक चुने जाते थे, लेकिन अब हिंदी अपनी जड़ें जमा रही है और इस साल की सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम में शुरुआती दस सफल परीक्षार्थियों में हिंदी भाषा के परीक्षार्थी हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी इतनी क्लिष्ट न हो कि आमजन उसे समझ न सकें। रिजवी ने कहा कि डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय जैसा हिंदी प्रेमी मिलना मंत्रालय के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि सरकारी हिंदी आसान हो, तो हिंदी का चलन और अधिक बढ़ सकता है। बैठक के दौरान भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल), सीसीआई (सीमेंट कार्पाेरेशन ऑफ इंडिया), ईपीआईएल (इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड), एचएसएल (हिंदुस्तान सॉल्ट लिमिटेड) और राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (रील), जयपुर जैसे उपक्रमों ने प्रजेंटेशन देकर बताया कि कैसे उनके यहां पर कामकाज में हिंदी का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। बड़े अधिकारियों से लेकर कर्माचारियों के बीच भी हिंदी में ही संवाद होता है। फाइल से लेकर पत्राचार का माध्यम भी हिंदी भाषा ही होती है। हिंदी को बढ़ावा देने के लिए कर्मचारियों व अधिकारियों को प्रोत्साहित किया जाता है। बैठक में हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल), सीसीआई (सीमेंट कार्पाेरेशन ऑफ इंडिया), ईपीआईएल (इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड), एचएसएल (हिंदुस्तान सॉल्ट लिमिटेड) और राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (रील) जयपुर जैसे सरकारी उपक्रमों में बढ़ रहा हिंदी का उपयोग। इस मौके पर संयुक्त सचिव (ऑटो)- डाॉ. हनीफ कुरैशी जी और संयुक्त सचिव (भारी इंजीनियरिंग उपकरण और मशीन टूल्स)- विजय मित्तल जी सहित अन्य अधिकारियों व गणमान्य लोगों ने भाग लिया। भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव कामरान रिजवी, संयुक्त सचिव (आटो)- डाॉ. हनीफ कुरैशी और संयुक्त सचिव (भारी इंजीनियरिंग उपकरण और मशीन टूल्स)- विजय मित्तल जी बैठक में रहे मौजूद।