संत निरंकारी मिशन द्वारा आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव’ के अवसर पर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता के सानिध्य में को अमृत परियोजना’ के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल स्वच्छ मन का शुभारम्भ किया गया इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ‘जल संरक्षण तथा इसके बचाव हेतु अपनाई जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाना एवं उन्हें क्रियान्वित रूप देना है। इस परियोजना का मुख्य बिन्द्र जल निकायों की स्वच्छता एवं स्थानीय जनता के बीच जागरूकता अभियान के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना है।बाबा हरदेव सिंह जी द्वारा समाज कल्याण हेतु जीवनपर्यन्त अनेक कार्य किये गये जिसमें स्वच्छता एवं वृक्षारोपण अभियान का आरम्भ प्रमुख है और उन्हीं की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के निर्देशन में अमृत परियोजना का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत पहाड़ों की रानी मसूरी में संत निरंकारी मिशन के कार्यकर्ताओं द्वारा मसूरी गांधी चौक से पिक्चर पैलेस चौक तक अमृत परियोजना के तहत जागरूकता रैली निकाली और लोगो को जल के मूल्य और सरंक्षण के बारे में जागरूक किया गया। संत निरंकारी मिशन के सदस्य सुमित कंसल ने बताया कि परियोजना संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 1000 स्थानों के 730 शहरों, 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशाल रूप से आयोजित की जा रही है। इस परियोजना में निरंकारी मिशन के करीब 1.5 लाख स्वयंसेवक अपने सहयोग द्वारा जल संरक्षण’ और ‘जल निकायों जैसे समुद्र तट, नदियां, झीलें, तालाब, कुएं, पोखर, जोहड, विभिन्न झरनों, पानी की टंकियों, नालियों और जल धाराओं इत्यादि को स्वच्छ एवं निर्मल बनायेंगे। मिशन की लगभग सभी शाखाएँ इस अभियान में सम्मिलित हो रहे है। उन्होने कहा कि इसके अतिरिक्त प्राकृतिक एवं कृत्रिम जल स्त्रोतों में पायी जाने वाली काई को जाली की छड़ियों और अन्य उपकरणों की सहायता से हटाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रास्तों की सफाई और आसपास के क्षेत्रों में घूमने एवं चलने वाले स्थानों को सुशोभित करने के लिये वृक्ष एवं अन्य झाड़ियों को स्वयंसेवकों के समूह द्वारा लगाया जजा रहे है ताकि पर्यावरण हरित एवं सुंदर रहे।
सुनील सोनकर
संपादक