मसूरी के 200 साल की कहानियों पर आधारित लेखक अनमोल जैन द्वारा लिखित किताब वांडरिंग्स इन द लैंड ऑफ मिस्ट द कंप्लीट स्टोरी ऑफ मसूरी का विमोचन मसूरी के एक होटल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विमोचन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देश के जाने-माने फिल्मकार और लेखक विक्टर बैनर्जी, अंग्रेजी के ख्यातिलब्ध लेखक बिल एटकिन, विख्यात लेखक गणेश शैली, लेखक स्टीफन आल्टर, उत्तराखंड के सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक और लेखक अनिल रतूडी ने किताब का विमोचन किया। मसूरी के 200 साल पर आधारित कई छूई और कई अनछुई कहानियों को लेखक अनमोल जैन ने अपनी पांच साल की मेहनत के तहत संजोया है जिसको आज पाठकों को समर्पित किया है।
अनमोल जैन ने बताया कि वह एक पत्रकार के साथ लेखक भी है और उनके द्वारा मसूरी के 200 साल होने पर मसूरी से जुड़ी कई कहानियों को विभिन्न माध्यम से खोजने का कमा कर उसको अपनी किताब में दर्शाया गया। उन्होने कहा कि मसूरी को लेकर बहुत कहानिया है जिसको एक किताब में पूरा किया जाना नामुमकिन है परन्तु उनकी कोशिश रही है वह कुछ रोचक घटनाओं के साथ मसूरी के इतिहास के बारे में पाठकों को बता पाये। उन्होंने अपनी पुस्तक को अपने दादा और पिताजी को समर्पित करते हुए कहा कि बचपन में इन्हीं से मसूरी की सच्ची कहानियां सुनकर ही पुस्तक लिखने की प्रेरणा मिली। अनमोल ने कहा कि पुस्तक में देश-विदेश से मसूरी आने वाले सैलानियों के लिए करीब 48 दर्शनीय स्थलों का क्यू आर कोड तैयार किए गए। और इन क्यू और कोड को मोबाइल पर लेकर पर्यटक अपने गंतव्य तक पहुच सकते है। उन्होंने कहा कि पुस्तक लिखने से पहले गहन शोध किया गया। मसूरी की कई रहस्यों से पर्दा उठाया गया।
इस अवसर पर विक्टर बनर्जी ने कहा कि पुस्तक के लेखक अनमोल जैन ने कई ऐतिहासिक घटनाओं का रहस्योदघाटन किया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक संग्रहणीय है। और मसूरी पर शोध करने वाले शोधार्थियों के लिए लाभकारी होगी। लेखक बिल एटकिन, स्टीफन आल्टर और गणेश शैली ने पुस्तक के कई अंशों पर प्रकाश डाला। सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक और लेखक अनिल रतूडी ने कहा कि पुस्तक लिखना बहुत कठिन काम होता है। लेखक की सोच और उसके लिखने की शैली व उसके बाद ही कहानियों में रोमांस और रोचक बनाना एक चुनौती होती है। कता बनी रहती है। उन्होने कहा कि यह पुस्तक देश-विदेश में मसूरी के इतिहास को दर्षाने का काम करेगी। जिससे यहा पर पर्यटन बढ़ेगा। लोकार्पण समारोह में पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, इतिहासकार जयप्रकाश उत्तराखडी, आईटीबीपी अकादमी के निदेशक पीएस डंगवाल, मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल, समेत अन्य लोग मौजूद थे।