रिपोर्टर- सुनील सोनकर।
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा मसूरी के भट्टा गांव के क्षेत्र में अवैध रूप से हो रहे अवैध निर्माण को सील करने पहुंची प्रशासन और एमडीडीए की टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद वापस लौटना पडा। इस दौरान अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच जमकर तीखी नोकझोंक भी हुई। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया था कि भट्टा गांव में प्रशासन और एमडीडीए द्वारा निर्माण पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी। परंतु प्रषासन और एमडीडीए द्वारा एकाएक ग्रामीणों को परेशान करने की मष्ंाा से कुछ निर्माण को अवैध बताते हुए सीलींग की कार्यवाही शुरू कर दी गई है जिसका पुरजोर तरीके से विरोध किया गया। लोगों के भारी विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन और मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा कि उनके यहां जमीनों का बंदोबस्त की सुविधा नहीं है ऐसे में भटटा गांव में प्रधिकरण से नक्षें पास नही किये जा सकते है उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन क्षेत्र की जमीनों का बंदोबस्त कर दें तो वह नक्शे पास कराने को तैयार है ऐसे में अगर किसी भी निर्माण की सीलिंग विभिाग द्वारा की जाएगी तो विरोध किया जाएगा उन्होंने कहा कि पहले जिलाधिकारी देहरादून ग्रामीणों से वार्ता करें और उसके बाद उनकी समस्याओं का निराकरण करे तक जा के कार्रवाई करे। क्यारकुली भट्टा ग्राम के नेता राकेश रावत ने कहा कि ग्रामीणों का शोषण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा शासन प्रशासन द्वारा क्षेत्र की जमीनों का बंदोबस्त नहीं किया गया है जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता नहीं भुक्तेगी। एमडीडीए के अधिकारी ने कहा कि भट्टा गांव के प्रकरण को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में डाल दिया गया है वह उनके निर्देशों के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।