मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा मसूरी के शहीद स्थल से ला कर किये जा रहे अवैध निर्माण के विरोध पर मसूरी शहीद स्थल पर राज्य आंदोलनकारियों ने बैठक कर शहीद स्थल के आसपास हो रहे निर्माण को लेकर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज की। इस मौके पर राज्य आंदोलनकारियों ने पालिका प्रशासन और मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की वह मसूरी में बड़े स्तर पर हो रहे अवैध निर्माण को लेकर जिम्मेदार सहायक अभियंता सुधीर गुप्ता के निलंबन की मांग की है। राज्य आंदोलनकारी ललित मोहन काला और राज्य आंदोलनकारी प्रदीप भंडारी ने कहा कि पालिका प्रशासन और पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से मिलकर शहीदों का अपमान कर रहे हैं शहीद स्थल से सटाकर कैफिटेरिया का निर्माण कराया जा रहा है। जहां पर आने वाले समय पर शराब आदि परोसी जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के आंदोलन की शुरुआत हुई थी जहां पर 6 लोगों ने अपनी शहादत दी ।परंतु पालिका अध्यक्ष हिटलर शाही का नमूना देते हुए शहीदों का अपमान कर रहे हैं जिसको किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा स्वयं जिला अधिकारी और उपाध्यक्ष मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण सोनिका सिंह को राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं को देखते हुए तत्काल शहीद स्थल के सटा कर निर्माण को ध्वस्त करने के निर्देश दिए गए थे परंतु जिलाधिकारी सोनिका सिंह द्वारा उनकी बात को तवज्जो नहीं दी गई जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अधिकारियों से जनता की समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दे रहे हैं वही जिलाधिकारी राज्य आंदोलनकारियों के सम्मान को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है
उन्होंने कहा कि अगर जल्द शहीद स्थल से सटाकर किए जा रहे निर्माण को ध्वस्त नहीं किया जाता तो उसको लेकर पूरे उत्तराखंड में पुरजोर तरीके से आंदोलन किया जाएगा वही न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा। मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने भी राज्य आंदोलनकारियों को समर्थन देते हुए कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं के साथ खेलने का काम कर रहे हैं उत्तराखंड के शहीद मंदिर उत्तराखंड के शहीद स्थल एक मंदिर का स्वरूप है उसे छेड़छाड़ की जा रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की लड़ाई में वह भी अपने आप को सम्मिलित करते हैं और इस लड़ाई को तब तक लड़ा जाएगा जब तक इस अवैध निर्माण को तोड़ दिया जाए। इस मौके पर इंद्रमणि बड़ोनी मंच के अध्यक्ष पूरण जुयाल, अधिवक्ता मनोज षैली, दिनेश नौटियाल, विजय कंडारी सहित कई लोग मौजूद थे।