अखिल भरतीय मजदूर परिशद द्वारा जिलाधिकारी को एसडीएम मसूरी के माध्यम से ज्ञापन भेजकर कहा कि 5 अप्रेेल 2022 को प्रदेष सरकार द्वारा प्रत्येक पर्यावरण मित्र ,दैनिक वेतन संविदाकर्मी स्वच्छता समिति कर्मी, आउटसोर्स पर्यावरण मित्र को 500 रू मानदेय दिया जाना है लेकिन मसूरी नगर पालिका स्वच्छता समिति व आउटसोर्स कर्मचारियों को आज तक षासनादेष के अनुसार मानदेय नहीं बढ़ाया गया है कई बार इा संबध में पालिका अध्यक्ष वह अधिशासी अधिकारी को संगठन की ओर से अवगत कराया जा चुका है परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई। उन्होने कहा कि पालिका प्रषासन द्वारा स्वच्छता समिति को भी पालिका प्रशासन द्वारा ठेके में डाल दिया गया है जबकि सन् 2003 में शासन के द्वारा प्रथा में नही डाल सकते है जिसको शीघ्र ही ठेके प्रथा से बाहर किया जाये। मसूरी नगर पालिका परिषद में सन 1860 ई से ही वरिष्ठता के आधार पर स्वच्छता कर्मचारियों का प्रमोशन किये जाते थे अब ऐसा नहीं है वर्तमान में जो कार्यवाहक बनाये गये सब नियमानुसार नहीं बने। 5 वर्षाे से शासन से 2015 के ढांचे के अनुसार 6 सफाई नायक है पर 7 और नये लोगो को कार्यवाहक सफाई नायक बना गया जो नियम विरूद्ध है। उन्होने कहा कि नगर पालिका प्रषासन द्वारा 5 वर्षों में स्वच्छता कर्मचारियों को वर्दी व कम्बल भी नहीं दिये गए है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग की है शासनादेश संख्या 757 2015-1 (32) / 2014 वाहल कर चतुर्थ श्रेणी के पदों को पुनर्जीवित किया जाये, ठेका में संशोधन कर उपनल के जरिये वर्तमान में 10 संे 15 साल से कार्य कर रहे स्वच्छता समिति के पर्यावरण मित्रों को एक पद मानते हुए उनको भी स्थायी किया जाये , 2005 से पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल की जाए, स्वच्छता समिति व आउटसोर्सिंग पर्यावरण मित्रों एक वर्ष से 500 रु प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय नहीं मिला है वो एरियर के रूप में दिलवाने की कार्यवाही अमल में लायी जाये । उन्होंने कहा अगर एक माह के भीतर उनकी मांग पूरी नही होती तो वह संगठन कार्य बहिष्कार करने के लिए मजबूर होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा गोदियाल, काजल, रीतू, रोहित कुमार, दीपमाला, शुभम, प्रियंका सहित कई लोग मौजूद थे।
सुनील सोनकर
संपादक