मसूरी में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने नियमों को पालन करने की मिसाल लोगों को दी है। गणेश जोशी द्वारा शाम करीब 7 बजे मसूरी पहुंचे जहां पर माल रोड में प्रतिबंधित समय पर उन्होंने अपने वहानों के काफिले को माल रोड के बाहर छोड़ा और साइकिल से माल रोड होते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचे। माल रोड में प्रतिबंधित समय पर कैबिनेट मंत्री द्वारा पैदल या साइकिल, स्कूटी से चलने पर लोग उनकी काफी सहराहना कर रहे है। लोगों का कहना है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी लगातार माल रोड पर प्रतिबंधित समय पर अपने वहानों के काफिले को नही ले जाते है जिससे की मालरोड में घूमने वाले लोगो को किसी प्रकार की दिक्कते ना हो। इस मौके पर देश विदेश से मसूरी माल रोड पर पर्यटकों ने भी कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की सराहना की वहीं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के साथ सेल्फी लेते हुए भी नजर आए। पर्यटकों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं वही मोदी है तो मुमकिन है। उन्होंने कहा कि मोदी जर जिस सादगी और नियमों के अनुरूप् कार्य करते है उसका उदाहरण मसूरी में उनके कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी नियमों का पालन करते हुए दिख रहे है। पर्यटकों ने कहा कि देश में मजबूत विपक्ष होना चाहिये क्योकि वह सरकार के लिये प्रहरी का काम करते है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि मसूरी माल रोड में वाहनों का सांय 5 बजे के बाद प्रतिबंधित है ऐसे में वह देर शाम को मसूरी पहुंचे थे और उन्होंने अपने वाहनों के काफिले को माल रोड के बाहर छोड़कर साइकिल और स्कूटी से कार्यक्रम पहुंचे। उन्होंने कहा कि नियम कानूनों का पालन करना हम सबकी जिम्मेदारी है मंत्री या अधिकारी नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उसका असर जनता में भी देखा जाता है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के नंबर वन नेता है वही उनका केदारनाथ और उत्तराखंड से विशेष लगाव है पांच बार प्रधानमंत्री जी केदारनाथ आए हैं आपदा के बाद केदारनाथ का स्वरूप बिगड़ गया था जिसेको सवारने का काम मोदी जी द्वारा किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में केदारनाथ दौरे के दौरान 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास लोकार्पण किया गया है ।उन्होंने कहा कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम है इसको लेकर भी सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी के युवा नेतृत्व टीम 11 के साथ लगातार काम कर रही है आंदोलनकारियों की पेंशन को बढ़ा दिया गया है। उन्होंने सैनिकों के लिए कहा कि अगर देश का कोई भी सैनिक देश की सीमा पर शहीद होता है तो उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। वहीं पांचवा धाम सैनी धाम गोनियाल गांव में बनाया जा रहा है जिसको लेकर सरकार द्वारा प्रदेश के 1734 शहीदों के घर से मिट्टी लाई जाएगी और उस मिट्टी से सैन्य धाम का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का सैन्य धाम अपने आप में विशाल और अनोखा होगा जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।