मसूरी में शहीद स्थल के साथ मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा कराए जा रहे अवैध निर्माण को लेकर उत्तराखंड राज्य शहीद स्थल स्मारक संरक्षण समिति द्वारा सांकेतिक रूप से धरना दिया गया वहीं प्रेस वार्ता भी आयोजित की गई जिसमें राज्य के आंदोलनकारियों द्वारा मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के द्वारा पालिका द्वारा कराया जा रहा है अवैध निर्माण पर कार्रवाई न करने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी प्रदीप भंडारी ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने राज्य आंदोलनकारी की शिकायत शहीद स्थल के बगल में हो रहे अवैध निर्माण का संज्ञान लेते हुए उपाध्यक्ष एमडीडीए व जिलाधिकारी देहरादून को तत्काल कार्रवाई करने के आदेश जारी किया है परंतु दुर्भाग्यवश अवैध निर्माण को ध्वस्त नही किया गया। उन्होंने कहा कि मसूरी के शहीद स्थल को राज्य का मंदिर बताते हुए कहा कि शहीद स्थल और उसके आसपास एक इंच भी अवैध निर्माण किसी भी कीमत पर नहीं होनें दिया जाएगा । समिति ने उपाध्यक्ष एमडीडीए और जिलाधिकारी से गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से पूर्व अवैध निर्माण न हटाने पर व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है।
समिति के संयोजक ललित मोहन काला ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि जहॉ एमडीडीए गरीब लोगों के छोटे छोटे आवास की खिड़की दरवाजे बदलने पर भी उसके खिलाफ कार्यवाही हेतु पुलिस लेकर पंहुच जाती है वहीं उसे राज्यवासियों की भावनाओं के केन्द्र शहीद स्थल पर हो रहे इतना बड़ा अवैध निर्माण कार्य नहीं दिखायी देता है । जबकि मसूरी एमडीडीए की उपाध्यक्ष और डीएम एक ही अधिकारी है । इससे साफ पता चलता है गलत कार्य करने वालों को अधिकारियों की किस प्रकार शह मिली हुई है ।
उन्होने कहा कि एमडीडीए और नगर नियोजन के बॉयलाज के अनुसार मॉलरोड़ पर दून घाटी की तरफ सड़क से 3 मीटर नीचे तक भी कोई भवन नहीं बन सकता। मगर सारे नियम कानून को तोड़कर और बिना मानचित्र स्वीकृति के शहीद स्थल पर सड़क से कई मीटर ऊपर तक कई मंजिला व्यवसायिक कॉम्पेक्स तैयार हो रहा है । यहॉ सब जंगल राज चल रहा है।
भैरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि प्रशासन ने हमें शहीद स्थल पर अवैध निर्माण कार्य रोक देने एवं निर्मित हो चुके अवैध निर्माण के शीघ्र ध्वस्त करने का आश्वासन देकर कुछ समय मांगा गया था जो हमने 2 जनवरी तक दे दिया था । मगर अभी तक एमडीडीए एवं प्रशासन ने उक्त अवैध निर्माण को ध्वस्त नहीं किया है । जिससे हम तमाम राज्य हितैषी नागरिकों में भारी रोष है और प्रशासन प्रदेश व्यापी आन्दोलन छेड़ने को हमें मजबूर कर रहा है ।
थ्कसान युनियन के प्रदेष अध्यक्ष भोपाल चौधरी ने कहा कि प्रदेष की धामी सरकार मसूरी में नगर पालिका परिशद के अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा किये जा रहे भ्रश्टाचार और मसूरी को लीज के नाम पर बेचने के कार्यो कर षह दे रही है प्रदेष के मंत्री इस पूरे भ्रश्टावार में लिप्त है उन्होने कहा कि एमडीडीए द्वारा भी झूलाघार के पास षहीद स्थल के साथ पालिका द्वारा ख्ुाल्लेआम छेडछाड किया जा रहा है वह पालिका की सम्मपति को 25 से लेकर 30 साल के लिये लीज पर देकर बेचा जा रहा है परन्तु सरकार पर षिकायत होने के बाद भी कार्यवाही नही हो रही है जिससे साफ है कि सरकार की षय पर ही पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता तमामभर के घोटालों को अंजाम दे रहा है। उन्होने कहा कि 26 जनवरी तक अगर षहीद स्थल के साथ हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त नही किया गया तो समस्त राज्य आंदोनकारी स्वय अवैण्ध निर्माण को ध्वस्त करने के लिये मजबूर होगे। इस मौके पर प्रेस अन्ना आंदोलन के संयोजक भोपाल चौधरी, भैरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री, गौतम बाली, नवीन मंमगाईं, अनु राजपूत, अमन आदि उपस्थित थे।