मसूरी पुनर्गठन पेयजल योजना के तहत उत्तराखंड पेयजल निगम मसूरी देहरादून के द्वारा कार्यदाई संस्था आर के इंजीनियर सेल्स लिमिटेड लखनऊ उत्तर प्रदेश के माध्यम से मसूरी में पेयजल लाइनों को डालने का काम किया जा रहा है जिससे लोगों को आने वाले समय पर पेयजल की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े परंतु ठेकेदार और अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मसूरी बार्लोगंज बाला हिसार रोड पर पेयजल लाइन डालने के लिए सडकों को जेसीबी के माध्यम से बेतरकीब तरीके से खोदा गया है जिससे सड़क पूरी तरीके से क्षति ग्रस्त हो गई है वह टेलीफोन कीे लाइन के साथ पुरानी पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा पहले पेयजल योजना के तहत 4 इंच की लाइन डालने के लिए सड़क को खोदा गया फिर उसको ठीक किया गया और एक बार फिर 10 इंच की लाइन डालने के लिए सड़क को खोदा जा रहा है जिससे लोगों को भारी दिक्कत हो रही है व जनता का पैसा भी पानी की तरह बहाया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि जब पूर्व में ही पेयजल की 4 इंच की लाइन डाली गई थी तो 10 इंच की लाइन क्यों नही डाली गई। एक बार फिर सडकों को खोदा जा रहा है जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर भी जनता की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि जनप्रतिनिणि और अधिकारी योजनाओं के नाम पर पैसों की बंदरबांट कर रहे है।
स्थानीय निवासी सुधीर डोभाल ने कहा कि पूर्व में 4 इंच की लाइन डालने के लिए सड़क को खोदा गया जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा वह एक बार फिर 10 इंची लाइन डालने के लिए सड़क बाधित की गई है । लोगों को ओर मरीजों को अस्पताल लाने और ले जाने में भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ठेकेदार की लापरवाही भी साफ तौर पर देखी जा जा रही है पेयजल लाइन डालने के साथ सड़क निर्माण के कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है ।
उत्तराखंड जल निगम के सहायक अभियंता मान सिंह रावत ने बताया कि मसूरी में पेयजल की समस्या को देखते हुए मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत काम किया जा रहा है मसूरी बार्लोगंज बाला हिसार पर सड़क सक्रिय होने के कारण 4 इंच और 10 इंच की लाइन को एक साथ डालना संभव नहीं था। उन्होने कहा कि 10 इंच की लाइन पेयजल के वितरण के लिए डाली जा रही जिससे छोटी लाइनों कसे इससे जोड कर लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जा सके। उन्होने बताया कि मसूरी बार्लोगंज क्षेत्र में पेयजल की सबसे ज्यादा समस्या है इसको देखते हुए वहां पर 10 इंच की लाइन डाली जा रही है और यह योजना मसूरी क्षेत्र के लिए है कई लोगों द्वारा पेयजल योजना देहरादून राजपुर डीआईटी तक ले जाने का भ्रम फैलाया जा रहा है जो बिल्कुल गलत है। मसूरी यमुना पेयजल योजना के तहत मसूरी क्षेत्र को ही पेयजल आपूर्ति की जायेगी।