पहाड़ों की रानी मसूरी में बंदरों और आवारा कुत्तों का आतंक साफ तौर पर देखा जा रहा है आए दिन बंदर और आवारा कुत्ते लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं परंतु इस और ना तो स्थानीय और ना ही पालिका प्रशासन ध्यान दे रहा है जिससे लोगों में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश व्याप्त है। बुधवार को नानपारा क्षेत्र में बंदरों ने एक 4 साल के मासूम बच्चे को अपना निशाना बना लिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया वह बच्चे परिजन बच्चों को तत्काल मसूरी के उप जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां पर उसका उपचार किया गया। मसूरी व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि मसूरी में लगातार आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक बढ़ रहा है परंतु कुत्तों और बंदरों से आतंक से निजात दिलाने के लिए पालिका प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है पिछले दिनों बंदरों को पकड़ने के लिए अभियान छेड़ा गया परंतु कितने बंदर पकड़े उसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। मसूरी में बंदरों की संख्या लगातार बढ़ रही है ।उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों की संख्या मसूरी में बढ़ती जा रही है पिछले दिनों एनिमल बर्थ कंट्रोल के माध्यम से कुत्तों की नसबंदी की गई थी परंतु उसका भी कोई खास असर असर नजर नहीं आ रहा है ।उन्होंने पालिका प्रशासन से मांग की है कि जल्द लोगों को आवारा कुत्तों और बंदरों से निजात दिलाने के लिए ठोस कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि मसूरी का पशु चिकित्सालय अस्पताल को बनाने के लिए लाखों रुपए खर्च किए गए परंतु अस्पताल की वर्तमान में हालत बद से बदतर है ना तो वहां कोई डॉक्टर उपलब्ध है और ना ही स्टाफ ऐसे में मसूरी का पशु चिकित्सालय सफेद हाथी साबित हो रहा है।
सुनील सोनकर
संपादक