अगलाड़ यमुनाघाटी विकास मंच आगामी 2 दिसंबर मसूरी में जनजातीय पुरानी दीवाली(बग्वाली)मनाएगा जिसमें संपूर्ण यमुना घाटी व अगलाड़ घाटी के मसूरी में रहने वाले प्रवासी भाग लेंगे। इस बाबत मसूरी कैम्पटी रोड़ पर पुरानी टोल चौकी के समीप मंच के उपाध्यक्ष बलबीर सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्व सम्मत्ति से जनजातीय बग्वाली मनाने का निर्णय लिया गया जिसमें दो दिसंबर को दोपहर बाद पुरानी टोल चौकी के समीप अगलाड़ यमुनाघाटी विकासमंच के निर्माणाधीन भवन परिसर में ही होलियात का आयोजन किया जाएगा और भीमल की लकड़ियों से बने होल्ले खेले जाएंगे तथा भिरूड़ी भी बांटी जाएगी। इस मौके पर इस पर्व में पूरे जौनपुर-जौनसार व रवांई में उड़द की दाल से बनाये जाने वाले पकोड़े, साठी से बनी चिउड़ा तथा भिरूड़ी बराज के अखरोट प्रसाद स्वरूप वितरित किये जाएंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि दो दिसंबर को डिबसा(होलियात)जलाने के बाद रासौ, तांदी व सराई नृत्यों का आयोजन किया जाएगा जो अमूमन बग्वाली त्योहार में अगलाड़ व यमुनाघाटी के हरएक गांव में आयोजित किया जाता है। मंच की बैठक में इस बात पर विशेष चर्चा हुई कि बहुत से प्रवासी बग्वाली त्योहार में अपने गांव नहीं जा पाते हैं इसलिये क्यों न मसूरी में ही बग्वाली का आयोजन किया जाए जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी भी अपनी बहुमूल्य सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू हो सके और उनका जुड़ाव अपनी संस्कृति से बना रहे। बैठक में मंच के कोषाध्यक्ष सूरत सिंह खरकाई, दिनेश पंवार, रणबीर कण्डारी, मेघसिंह कण्डारी, प्रकाश राणा, नरेश नौटियाल, राकेश राणा, सुमन नौटियाल, रमेश रावत, कुलदीप रावत, कुलदीप रौंछेला, सुनील सिंह पंवार, दलबीर सिंह गुसाईं, आशुतोष कोठारी, बिरेंद्र सिंह रावत, बिक्रम सिंह नेगी, नरेंद्र चौहान, गुडमोहन राणा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
सुनील सोनकर
संपादक