पहाड़ों की रानी मसूरी में उत्तराखंड संघर्ष समिति का गठन किया गया है जो एक गैर राजनीतिक संगठन है। जिससे की मसूरी की विभिन्न समस्याओं को संबधित विभागों के माध्यम से हल करवाया जा सके। मसूरी में प्रेस वार्ता करते हुए उत्तराखंड संघर्ष समिति से जुड़े लोगों ने कहा कि मसूरी में विभिन्न प्रकार की समस्या है परंतु राजनीतिक दलों के लोग इन समस्याओं के निदान के लिये कोई ठोस कदम नही उठा रहे है व सत्ताधारी भाजपा के कार्यकर्ता भी इस दिषा में काम नही कर रहे है जबकि क्षेत्रीय विधायक भाजपा के है ओर सरकार में कैबिनेट मंत्री है उसके बाद भी मसूरी की कई सड़़कों का हाल बेहाल है, 144 करोड रूप्ये की मसूरी यमुना पंपीग योजना के तहत मसरी में प्येजल सप्लाई किया जा रहा है परन्तु गढवाल जल संस्थान में व्याप्त भ्रश्टाचार के कारण उपभोक्तओं को सही समय और प्रयाप्त मात्रा में पेयजल नही मिल पा रहा है। जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि मसूरी में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारी भ्रश्टाचार में लिप्त् है जिनके द्वारा बड़े लोगों से भ्रश्टाचार कर बड़े स्तर पर अवैध निर्माण कराए जा रहे हैं वहीं आम जन अपना एक कमरा तक नही बनवा पा रहे है ।उन्होंने कहा कि मसूरी में एक मात्र उप जिला चिकित्सालय है जहां पर डॉक्टरों और स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है लोग परेशान है । उन्होने कहा कि मसूरी उत्तराखंड संघर्ष समिति गैर राजनीतिक संगठन है जो मसूरी की जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष करेगा जिससे मसूरी की जनता को लाभ मिल सके। इस मौके पर उत्तराखंड संघर्ष समिति मसूरी राजेंद्र सेमवाल को मसूरी का अध्यक्ष बनाया गया । इस मौके पर मसूरी शाखा का गठन किया गया जिसमें राजेंद्र सेमवाल अध्यक्ष, असलम खान महामंत्री, सलीम अहमद, विजय लक्ष्मी व ममता कुमार रावत को उपाध्यक्ष, राजेश शर्मा संगठन मंत्री, तनमीत खालसा सचिव व सुनील पंवार को कोषाध्यक्ष बनाया गया। इस मौके पर नफीसा बानो, विशेश्वर जुयाल, गोविंद सिंह कंडारी, आदि भी मौजूद रहे।