मसूरी में उत्तराखंड के 21 वे स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया जहां पर मसूरी नगर पालिका प्रशासन द्वारा गांधी चौक पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया वहीं दूसरी ओर मसूरी झूलाघर पर उत्तराखंड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रमों में लोक कलाकारों और संगीतकारों ने उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमें सभी मौजूद श्रोताओं के मन को मोह लिया। इस मौके पर उत्तराखंड पर्यटन एवं प्रशासन संरक्षण समिति के द्वारा आयोजित मां सुरकंडा देवी की डोली को वापस शहीद स्थल से मां सुरकंडा देवी मंदिर में विधि विधान के साथ वापस गन हिल पर स्थापित मां सुरकंडा देवी मंदिर ले जाया गया।

मसूरी में स्थापना दिवस पर नगर पालिका द्वारा कार्यक्रम शहीद स्थल पर ना आयोजित किए जाने को लेकर लोगों ने एतराज जताया। उन्होंने कहा कि जब हर साल पालिका और स्थानीय प्रशासन द्वारा मसूरी के शहीद स्थल पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता था तो इस बार अलग-अलग जगह कार्यक्रम आयोजित क्यों किए गए उन्होंने कहा कि आज खुशी का पर्व है उत्तराखंड के स्थापना दिवस को सभी लोगो को मिलजुलकर भव्य और विराट रूप से मनाया जाना चाहिए। इस मौके पर पूर्व मसूरी के कांग्रेस विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल और सभासद जसबीर कौर ने सभी को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी वहीं उन्होंने कहा कि 21 साल का उत्तराखंड हो गया है ऐसे में अभी उत्तराखंड को और बेहतर किए जाने के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है। इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई वर्षों के आंदोलन के बाद हमें राज्य मिला है. इस राज्य के लिए कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आज इस राज्य के विकास के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए। इस मौके पर सभासद गीता कुमाई द्वारा मसूरी झूलाघर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भंडारे का आनंद लिया गीता कुमाई ने कहा कि 21 वे स्थापना दिवस को पूरे उत्तराखंड में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है उसी परिपेक्ष में मसूरी में भी कई कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें मसूरी के स्थानीय लोगों के साथ प्रेरकों ने भी बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया इस मौके पर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता सभासद जसवीर कौर प्रताप पवार दर्शन रावत आदि मौजूद थे