मॉ सुरकण्डा की डोली यात्रा के साथ मसूरी में 5 दिवसीय राज्य स्थापना दिवस समारोह का शुभारम्भ हुआ । राज्य की समृिद्ध एवं खुशहाली के लिए मसूरी शहीद स्थल पर 9 नवम्बर तक रूद्रमहायज्ञ, शांति पाठ एवं लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा । उत्तराखण्ड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति के तत्वाधान में आज सुबह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गनहिल मां सुरकण्डा पार्वती मंदिर से ढ़ोल बाजे के साथ मां सुरकण्डा की डोली यात्रा निकली । मॉ के जयकारों के साथ भक्त नाचते गाते शहीद स्थल झूलाघर पॅहुचे । जहॉ पहाड़ी शैली में बनायी गई खोली (मुखद्वार) पर वैदिक मंत्रों के साथ पूजा अर्चना की गई । इस अवसर पर अनेक लोगों पर देवी भी अवतरित हुई । डोली को शहीद स्थल के अंदर रखा गया है जहॉ स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ साथ पर्यटकों ने भी मॉ की डोली के दर्शन किए ।
समिति के अध्यक्ष कमल भण्डारी ने कहा कि पिछले 2 वर्ष कारोना के कारण राज्य की जनता सर्वाधिक कठिनाईयों में रही और अभी भी प्रदेश आर्थिक तंगी से उभर नहीं पा रहा है। इसी के मध्यनज़र समिति ने राज्य की समृिद्ध एवं खुशहाली के लिए 5 दिवसीय रूद्र महायज्ञ एवं शांति पाठ का आयोजन रखा है । रूद्र महायज्ञ एवं शांति पाठ मुख्य रूप से पंडित अनिल नोटियाल तथा अनिल थलियाल द्वारा सम्पन्न किया जा रहा है । पॉच दिवसीय कार्यक्रम केे तहत 8 एवं 9 नवम्बर को गढ़वाली फिल्म निर्देशक प्रदीप भण्डारी के निर्देशन में लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे । जिसमें प्रदेश के अनेक नामी कलाकार भाग लेंगे ।
डोली यात्रा में समिति अध्यक्ष कमल भण्डारी, राज्य आन्दोलनकारी पूरण जुयाल, कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष महेश चन्द्र, प्रदीप भण्डारी, नवीन पिरशाली, प्रकाश राणा, कुन्दन पंवार, वीरेन्द्र राणा, भरोसी रावत, सुमित्रा कण्डारी, सीमा भण्डारी, पंडित अनिल नोटियाल, संजय कैंतुरा, अनिल थपलियाल, श्रीपत कण्डारी, राकेश पंवार, संजय गोस्वामी, सोनी पंवार, संजय टम्टा, संुदर लाल टम्टा समेत बड़ी संख्या में महिला व पुरूष शामिल रही ।