उत्तराखंड के आप पार्टी के प्रदेष संयोजक जोत सिंह बिश्ट ने पत्राकरों से वार्ता करते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी आपदा राहत कार्यों के लिए सब जगह अकेले दौड़ते दिखाई दे रहे हैं सरकार के मंत्री, विधायक और अधिकारी जिनको जिलों की जिम्मेदारी दी गई है वह आपदा के समय दिखाई नही दे रहे है। उन्होने कहा कि अगर सरकार के मंत्री, विधायक और अधिकारी अपने प्रभार के जिले में जाकर काम संभालते तो आपदा प्रभावित क्षेत्र में प्रभावितों को राहत और बचाव कार्य में और अच्छा लाभ मिल सकता था लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरों के कारण मंत्री पद को बरकरार रहने के लिए व विधायक मंत्री पद पाने के लिए देहरादून और दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं उन्हें राज्य में आ रही आपदा से कोई लेना देना नहीं है। मुख्यमंत्री का अपनी टीम पर कोई नियंत्रण होता हुआ दिखाई नही दे रहा है वह अधिकारी भी निरंकुश दिखाई दे रहे है सराकर का अधिकारियों पर किसी प्रकार का कंट्रोल नहीं है। अधिकारी भी मुख्यमंत्री की बात को अनसुना कर रहे हैं जिस वजह से आपदा राहत के काम जिस तेजी से होनी चाहिए थे नहीं हो पा रहे हैं और राज्य की जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड रहा है। उन्होने कहा कि भाजपा की प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी की सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है इसकी पुष्टि कोटद्वार की विधायक और विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु खंडूरी पोषण ने कल आपदा सचिव को फोन करते हुए जो बातें कही उससे साफ है सत्ता मंे बैठे लोग अधिकारियों से काम नहीं करा पा रहे है वही इससे पहले भाजपा की केदारनाथ की विधायक शैला रानी रावत ने भी केदारनाथ यात्रा में मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर कहा था कि यात्रा का काम सही तरीके से संचालित नहीं हो रहा है जिससे स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी उठानी पड रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उत्तराखंड की जनता आपदा से त्रस्त है जिससे प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी की सरकार को कुछ लेना देना नहीं है।
सुनील सोनकर
संपादक