मसूरी में गढ़वाल महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला और मसूरी शिफनकोर्ट के पास निर्माणाधीन गढ़वाल सभा के भवन को ध्वस्त ना कर वहीं पर स्थापित किए जाने की मांग की है। बता दें कि मसूरी पुरुकुल रोपवे परियोजना के तहत मसूरी शिफनकोर्ट और उसके आसपास की जगह को खाली करना है जिसके तहत मसूरी गढ़वाल सभा का निर्माणाधीन बहुमजिलंा बिल्डिंग को ध्वस्त किया जाना है। जिसको लेकर लगातार गढ़वाल महासभा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गढ़वाल महासभा की निर्माणाधीन बिल्डिंग को ध्वस्त ना किये जाने की मांग कर रहा ह।ै
सरकार द्वारा गढ़वाल महासभा के लिए पूर्व में ही डेढ़ करोड़ रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं परंतु गढ़वाल महासभा के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि निर्माणाधीन बिल्डिंग में सभी गढ़वाल महासभा से जुड़े लोगों ने अपना कुछ ना कुछ योगदान दिया है और सभी के प्रयास से गढवाल महासभा की बहुमजिलं बिल्डिंग खडी हुई है ऐसे में ह भवन लोगो की भावना और आस्था का केंद्र भी है वह इसमें मसूरी विधायक गणेश जोशी, पालिका प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग किया है। गढ़वाल महासभा के निर्माणाधीन बिल्डिंग को ना तोड़ा जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि मसूरी पुरुकुल रोपवे के डिजाइन के अनुसार गढ़वाल महासभा का निर्माणाधीन बिल्डिंग किसी प्रकार की दिक्कत पैदा नहीं कर रहा है ऐसे में विल्ंिडग को बचाया जा सकता है। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह पुरुकुल रोपवे निर्माण कर रही कार्यदाई संस्था और अधिकारियों के साथ बैठक कर इस संबंध में विचार करेंगे वह गढ़वाल महासभा की बिल्डिंग को बचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, भगवान सिंह धनाई आदि मौजूद थे।