
मसूरी में उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ आर.के जैन की अध्यक्षता में मसूरी नगर पालिका परिषद के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने प्रतिभाग कर अल्पसंख्यक आयोग के सामने अपनी समस्याएं रखी। इस मौके पर अल्पसंख्यक आयोग के अधिकारियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिये सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो को लाभ उठा सके। इस मौके पर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डाॉ आर के जैन ने बताया कि मसूरी नगर पालिका के माध्यम से मसूरी में अल्पसंख्यक कॉलोनी के विकास के लिए करीब 2 करोड रुपए अनुदान दिया गया है जिससे विभिन्न माध्यमों से अल्पसंख्यकों की बस्ती कॉलोनी का विकास कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक आयोग के द्वारा दिए गए धन से किए गए कामों को लेकर भी एक महीने के अंदर स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा जिससे कि काम की गुणवत्ता के साथ हुए काम को भी देखा जा सके।

अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष आर के जैन ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वह पूरे उत्तराखंड में अल्पसंख्यकों के लिए चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार पसार को लेकर बैठकों का आयोजन किया जा रहा हैं जिससे कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जारी योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को बैठक में अल्पसंख्यकों द्वारा कई समस्या रखी गई है जिसमें बूचड़खाने का नाम बदले जाने वहीं अल्पसंख्यक कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने आदि है जिसका लेकर संबंधित अधिकारियों से पत्राचार का समस्याओं का निवारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की एक ही नीति है सबका साथ सबका विकास और उसे दिशा में सभी लोग काम कर रहे है उन्होंने कहा कि पूरी उत्तराखंड में अल्पसंख्यक विभाग का कैंप ऑफिस खुलवाए जाना संभव नहीं है ऐसे में वह हर दो या 3 महीने में एक अधिकारियों को भेज कर अल्पसंख्यकों की समस्याओं के सुनवाई कर निवारण करने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लिए चलाई जारी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाने को लेकर भी आयोग लगातार काम कर रहा है जिससे की धरातल पर अंतिम छोर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को लाभ मिल सके। इस मौके पर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता मसूरी कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट सहायक पर्यटन अधिकारी हीरालाल आदि मौजूद थे।