पहाड़ों की रानी मसूरी में धनतेरस और दीपावली त्यौहार पर मसूरी के बाजार में खासी रौनक देखी गई वहीं शहर वासियों ने जमकर खरीदारी की। मसूरी में कोरोना काल के बाद त्योहारी सीजन में बाजारों में लोगों की खासी रौनक देखने को मिली। मसूरी के गांधी चौक, पिक्चर पैलेस और लंढौर बाजार में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तरह.तरह की लाइट सजावट सामग्री और बर्तन दुकानों में ग्राहकों की भारी भिड़ देखने को मिली वह कोरोना काल के बाद दुकानदारों के चेहरे खिले हुए देखे गए।
मसूरी में दीपावली के समय लंढौर बाजार में खासी रौनक रहती है क्योकि मसूरी में और बाजार के तुलना इस बाजार में स्थानीय लोग ज्यादा खरीदारी करते है। लोगों ने लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना कर अपने परिवार के सुख समृद्धि के लिए कामना की। वही इस बार बाजार में उत्तराखंड के पारंपरिक बर्तनों की धूम है जिसमें बंटा पीतल की परात, तांबे का घागर, कांसे की थाली, गिलास चम्मच कटोरी आदि है जिसके देशी लोगों के साथ विदेशी भी बहुत पसंद कर रहे है मसूरी के दुकानदार श्याम सिंह ने बताया की इस बार उत्तराखंड के पहाड़ों में प्रयोग किये जाने वाले बर्तनों की धूम है जिससे ग्राहक काफी पसंद कर रहे है इस बार आकर्षण का केंद्र बनी हुई है
मसूरी के स्थानीय दुकानदार तनमीत सिंह, पंकज राणा ने बताया की कोरोना काल के बाद बाजारों में लोगों की भारी भीड़ दिख वह लोग जमकर खरीदारी कर रहे है वह उन्होने बताया कि मसूरी में सभी लोग धनतेरस और दीपावली का त्यौहार बड़ी घुमघाम के साथ मनाते है हिन्दू,मुस्लिम, सिख,ईसाई सभी भाईचारे का संदेश देते है और एक दूसरे का त्यौहार को बनाकर भाईचारे का संदेश देने का काम करते है।