मसूरी में सीआईटीयू से संबद्ध ट्रेड यूनियनों से जुड़े श्रमिकों, आशाओं व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने संगठन के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शहीद स्थल झूलाघर पर टिहरी जनक्रांति के नायक कामरेड नागेंद्र सकलानी व मोलू भरदारी की 76 वीं शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की व कामरेड नागेंद्र सकलानी अमर रहे के नारे लगाए। इसके बाद केंद्र व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संगठन के नगर अध्यक्ष भगवान सिंह चौहान द्वारा मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया, जिसे 23 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा। इस मौके पर सीटू कार्यकर्ताओं ने केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
सीआईटीयू के नगर अध्यक्ष भगवान सिंह चौहान ने कहा कि कामरेड नागेंद्र सकलानी ने मात्र 16 साल की उम्र में सामाजिक सरोकारों से जुड़कर कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद जब टिहरी राजशाही द्वारा जनता पर अकाल के बाद भी कई प्रकार के टैक्स लाद दिए गए जिसका कामरेड सकलानी द्वारा 10 जनवरी 1948 को उनके नेतृत्व में जनता ने कीर्तिनगर थाने, न्यायालय सहित सरकारी भवनों पर कब्जा कर लिया था और कीर्तिनगर को आजाद घोषित कर दिया था। इसके बाद रियासत की फौज वहां से भाग खड़ी हुई। लेकिन अगले ही दिन 11 जनवरी 1948 को रियासत की फौज फिर से कीर्तिनगर पर हुए कब्जे को हटाने वहां पहुंची, जिसमे रियासत के एक अधिकारी द्वारा नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी पर गोलियां बरसाई गई, जिसमे राजशाही के अत्याचार व अन्याय के खिलाफ लड़ते हुए दोनो नायक शहीद हो गए। उन्होंने सीटू कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार से श्रमिकों, किसानों, का दमन हो रहा है उसे देखते हुए हमे नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी से प्रेरणा लेनी चाहिए और किसान व श्रम विरोधी नीतियों का डटकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीटू द्वारा लंबे समय से श्रमिकों का न्यूनतम 26000 करने, आशा, आंगनबाड़ी व भोजाताओं को राज्य कर्मचारी घोषित करने, सरकारी उपक्रमों के निजीकरण पर रोक लगाने, लगातार बढ़ती मंहगाई को नियंत्रित करने, पुरानी पेंशन बहाली, ऑटो, रिक्शा, श्रमिकों का उत्पीड़न बंद करने की मांग की जा रही है। लेकिन भाजपा सरकार श्रमिकों व आम जनता की इन समस्याओं का हल निकालने के बजाय जनता के सामने अपना सांप्रदायिक एजेंडा पेश कर रही है। उन्होंने सीटू कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि जहां भाजपा के केंद्र प्रदेश सरकारें सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ा रही है, वहीं हमे सरकार की किसान व श्रम विरोधी नीतियों को जन जन तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि सीटू द्वाराएक मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जा रहा है। इसके तहत सीटू कार्यकर्ता घर घर जाकर मांग पत्र पर हस्ताक्षर करवाएंगे, और जनता को जागरूक करेंगे। इस हस्ताक्षर युक्त मांगपत्र को 23 जनवरी तक सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन के बाद देश के प्रधानमंत्री को प्रेषित किया जाएगा। संचालन सीआईटीयू की मसूरी सचिव का0 ममता राव ने किया। इस मौके पर पूर्व पालिका सभासद केदार सिंह चौहान, सीटू मसूरी के उपाध्यक्ष कीर्ति कंडारी ने कामरेड नागेंद्र सकलानी व मोलू भरदारी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए व उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्रमिकों की समस्याओं पर चिंता व्यक्त की।इस मौके पर होटल रेस्टोरेंट कर्मचारी संघ के महासचिव विक्रम बलूडी, आशा कार्यकत्री यूनियन की अध्यक्ष बीना रावत, महासचिव सुनीता सेमवाल, आंगनबाड़ी कार्यकत्री यूनियन मसूरी की अध्यक्षा जयश्री बिष्ट, राजेंद्र सिंह चौहान, विजय कुमार, रमेश, दिनेश भट्ट, शिक्षा डोभाल, स्वाति, उर्मिला असवाल, सुनीता तेलवाल, रामप्यारी डोभाल, आदि सीटू कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सुनील सोनकर
संपादक