मसूरी शिफन कोर्ट आवासहीन निर्बल मजदूर वर्ग एवं अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के संयोजक प्रदीप भंडारी और अध्यक्ष संजय टम्टा ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर मसूरी विधायक एवं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। वहीं उन्होंने बताया कि विधायक गणेश जोशी ने शिफन कोर्ट से आवासहीन लोगों को विस्थापित करने के लिए मात्र जुमलेबाजी की गई है जबकि धरातल पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है ।ऐसे में मसूरी शिफन कोर्ट आवासहीन निर्बल मजदूर वर्ग एवं अनुसूचित जाति संघर्ष समिति और अन्य संगठनों द्वारा उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को पत्र लिखकर मसूरी विधायक गणेश जोशी को मसूरी से टिकट ना देने का आग्रह किया है उन्होंने बताया कि अगर भाजपा संगठन द्वारा मसूरी से विधायक गणेश जोशी को टिकट दिया गया तो सभी लोग भाजपा के खिलाफ काम करेंगे और इसका असर आसपास की पांच विधानसभाओं में भी देखने को मिलेगा। उन्होने कहा कि विधायक गणेष जोशी के खिलाफ उनके द्वारा हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया गया है वह हस्ताक्षर अभियान पूरा होने के बाद उसकों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजकर विधायक गणेश जोशी को मसूरी से टिकट ना देने की मांग करेगे।
उन्होंने कहा कि 2022 में जहां मसूरी विधायक भाजपा के मसूरी विधायक गणेश जोशी को शिफन कोर्ट के लोगों के साथ वादाखिलाफी को लेकर सबक सिखाया जाएगा तो वहीं 2023 में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता को भी नहीं बख्शा जाएगा उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा भी शिफन कोर्ट के आवासहीन लोगो को जमीन देने के नाम पर गुमराह किया जा रहा है जबकि कागजी कार्रवाई आज तक कुछ नहीं की गई है उन्होंने कहा कि दोनों जनप्रतिनिधियों द्वारा शिफन कोर्ट के लोगों के साथ भद्दा मजाक किया गया है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदीप भंडारी ने कहा कि मसूरी विधायक गणेश जोशी ने मसूरी की जनता को गुमराह कर कई योजनाओं की बात कर रहे है। इसके साथ ही मसूरी की जनता से वन टाईम सेटलमेंट योजना, आवास तथा वन विभाग एवं एमडीडीए के उत्पीडन से बचाव के नाम पर बड़ा खेला गया है। उन्होने कहा मसूरी की जनता विधायक गणेश जोशी को सबक सिखाने के लिये तैयार है जिसका परिणाम गणेश जोशी को 2022 में देखने को मिलेगा। इस मौके पर राजेन्द्र सेमवाल, संजया टम्टा, कन्हैया लाल, अवतार आदि मौजूद थे।