
मसूरी हाथीपांव जॉर्ज एवरेस्ट के स्थानीय निवासियों ने एसडीएम मसूरी को पत्र लिखकर मसूरी विशिंग वेल से जॉर्ज एवरेस्ट हाउस जाने वाले सार्वजनिक मार्ग पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मार्ग पर दो गेट लगाकर सरकारी मार्ग पर कब्जा करने की शिकायत की है वह तत्काल प्रभाव से मुख्य सड़क पर लगाए गए गेट को हटाने की मांग की है। मसूरी हाथीपांव जॉर्ज एवरेस्ट के स्थानीय निवासी मनीराम, अजय,रविन्द्र सिंह, सुरेश कुमार, विजय चौहान, महिपाल सिंह, बलदेव सिंह आदि ने बताया कि हाथीपांव जॉर्ज एवरेस्ट के आसपास के निवासी एवं सम्पत्ति स्वामी है। जार्ज एवरेस्ट मे पर्यटन विभाग द्वारा जॉर्ज एवरेस्ट हाउस और आसपास के स्थल को विकसित किया गया है। हाथीपांव से जार्ज एवरेस्ट तक जाने वाले रास्ते को पर्यटन विभाग द्वारा गेट लगाकर बंद किया गया है। जबकि उक्त रास्ते आम जनता के लिए खुला हुआ है।

उन्होने बताया कि कुछ असामाजिक लोगों द्वारा मुख्य सड़क पर कब्जा कर रास्ते में दो गेट लगा मार्ग को बंद कर दिया है। उन्होने बताया कि उक्त सडक को नगर पालिका द्वारा बनाया जाता था।उन्होने बताया कि एक अन्य रास्ता हाथीपांव से विशिंग वेल होकर जार्ज एवरेस्ट (पार्क एस्टेट ट्रैक मार्ग ) तक जाता है। उक्त रास्ते को सचिव पर्यटन उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की अध्यक्षता मे रू0 52.11 लाख की धनराशि खर्च कर सार्वजनिक रास्ता का निर्माण कराया है जिसको कुछ असामाजिक लोगों द्वारा मुख्य सड़क बंद कर गेट लगा दिया गया। उन्होने बताया कि 1953 का मानचित्र एवं अन्य नक्शों के तहत उक्त रास्ता कॉमन / सार्वजनिक रास्ता है। जिसको किसी भी व्यक्ति को बंद करने अथवा उक्त रास्ते में गेट लगाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने एसडीएम मसूरी से असामाजिक लोगों द्वारा मुख्य रास्ते में गेट लागाकर किये गए मार्ग बंद को खुलवाने की मांग की है। उन्होने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नही होती है तो वह उग्र आंदोलन करने के लिये बाध्य होगें।