उत्तराखंड राज्य आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले नेता और पहाड़ के गांधी के नाम से प्रसिद्ध स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की 98 पुण्यतिथि पर मसूरी के बडोनी चौक पर इंद्रमणि बडोनी विचार मंच के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया इस दौरान मसूरी में राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के लोगों ने इंद्रमणि बडोनी जी कि मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर इंद्रमणि बडोनी अमर रहे के नारे लगाए वहीं उनके विचारों और संघर्ष को लोगों के सामने रखा। इस मौके पर इंद्रमणि बडोनी विचार मंच के महासचिव प्रदीप भंडारी ने कहा कि सरकार पहाड़ के गांधी और उनके विचारों को भूलने लगी है । उन्होंने कहा कि मसूरी में इंद्रमणि बडोनी चौक की हालत बद से बदतर हो रखी है नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा रही है उन्होंने कहा कि बडोनी चौक पर इंद्रमणि बडोनी जी का परिचय पत्र ना लगाए जाने को लेकर देश विदेश से आने वाले पर्यटक इंद्रमणि बडोनी के बारे में नहीं जान पाते हैं वही चौक का रखरखाव भी नहीं किया गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने नगरपालिका से मांग की है कि तत्काल इंद्रमणि बडोनी चौक पर इंदरमणि बडोनी जी का परिचय पत्र लगाया वह चौक का सौदर्यकरण किया जाये।
क्षेत्रीय सभासद दर्शन रावत ने कहा कि इंद्रमणि बडोनी विचार मंच के द्वारा नगर पालिका प्रशासन से मांग की है कि बडोनी चौक पर उनके परिचय पत्र लगाए जाए जिसको लगाने को काम जल्द किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बडोनी जी के द्वारा उत्तराखंड के निर्माण के लिए किए गए ऐतिहासिक कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है । उन्होने कहा कि उत्तराखंड के गांधी उत्तराखंड आन्दोलन के दौरान कई मोड़ आये. इस पूरे आन्दोलन में वे केंद्रीय भूमिका में रहे. इस आन्दोलन में उनके करिश्माई नेतृत्व , सहज सरल व्यक्तित्व , अटूट लगन , निस्वार्थ भावना , और लोगो से जुड़ने क़ी गज़ब क्षमता के कारण ही उन्हें पर्वतीय गाँधी क़ी संज्ञा दी गई। इस मौके पर पूरण जुयाल, मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटी वालों सतीश दौडियाल कुशाल राणा मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल महामंत्री जगजीत कुकरेजा कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल प्रोमिला नेगी अनीता सक्सेना और भारोसी रावत ललित मोहन काला सुरेंद्र पवार देवी गोदियाल बिल्लू बाल्मीकि आदि शामिल थे